चिरगांव (झाँसी )–हर गरीब को घर देने के उद्देश्य से शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना की हकीकत ये है ।कि आज भी ग्रामीण क्षेत्र के साथ ही नगरपालिका क्षेत्रो मे भी बहुत से लोग इस योजना से अभी भी नही जुड पाये है ।या कहे की अधिकारियो की लापरवाही की बदौलत जिन्हे आवास की सबसे ज्यादा जरूरत है। उन्हे ही ये लाभ नही मिल पाया है । ऐसा ही मामला चिरगांव नगर पालिका अन्तर्गत आने वाले पहलापुरा मुहल्ले मे देखने को मिला है। यहा पर रहने बाले कमलेश उपरीन बताते है ।कि इस सन्दर्भ मे उन्होंने अनेको बार नगर पालिका कार्यालय के चक्कर काटे और उन्हे लिखित और मौखिक रूप से अवगत कराने के बाद भी आज तक सुनवाई नही हुई है। उल्लेखनीय है कि कमलेश महाराज गरीब परिवार से है। और चिरगांव के तालाब पुरा मे बने शिब मन्दिर की सेवा पूजा का कार्य करते है ।जिससे उनकी गुजर बसर होती है। बो बताते है कि मेरे घर मे चार कमरे कच्चे बने थे। और खपरैल था ।जिन्हे उनके पिताजी ने बनवाया था। उन कमरो की हालत आज ये है।कि कुछ जमीन में धराशाई हो गए हैं ।जो बाकी बचे है ।बो भी गिरने बाले है ।इस बजह से उन्होंने घर पर खाना बनाना और घर पर सोना बन्द कर दिया है ।क्योंकि मकान की जर्जर हालत देखकर डर लगता है ।कि कही हमारे ही ऊपर ना मकान गिर जाये ।इसलिए घर छोड़कर शिब मन्दिर मे ही रहने खाने लगे है ।आगे बताया कि बरसात मे मकान के आगे का हिस्सा गिर गया था। तो आबारा जानवर मकान मे घुसने लगे थे। किसी तरह पैसा जोडकर आगे बाउंड्री ही करा पाये है ।बस उनकी इतनी हैसियत नही है । कि एक कमरा पक्का बनबा सके । सुना था कि प्रधानमंत्री आवास योजना आई है। जिसमे हर गरीब को मकान मिलेगा लेकिन पांच साल बीत गये ।लेकिन हम बेघरो को घर ना मिल सका । और इसका भी मजा अपात्र लेते नजर आए। पात्र सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों के चक्कर काटते रहे।