*परिवार की कुशलता के लिए महिलाओं का स्वस्थ रहना अति आवश्यक: मा0 सदस्य विधान परिषद, उ0प्र0*
*महिलाओं एवं बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य में एएनएम, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की अहम भूमिका*
*मातृशक्ति की साधना के लिए मन एवं मस्तिष्क की पवित्रता महत्वपूर्ण कारक: मण्डलायुक्त*
*माताएं अपने पुत्र के मन में नारी सम्मान के प्रति जागरुकता उत्पन्न करें*
*मिशन शक्ति फेज-5 का उद्देश्य योजनाओं का शत-प्रतिशत आच्छादन एवं महिलाओं की अधिकारों के प्रति जागरुकता*
*मिशन शक्ति को सफल बनाने के लिए जनपदवासी पुलिस विभाग को सहयोग कर जनपद का नाम प्रकाशमय करें: जिलाधिकारी*
*मिशन शक्ति फेज-5 के तहत महिला सम्मान समारोह दीनदयाल सभागार में सम्पन्न*
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झांसी: आज श्रीमती रमा निरंजन, सदस्य, उ0प्र0 विधान परिषद के मुख्य आतिथ्य में मिशन शक्ति अभियान फेज-5 के अन्तर्गत महिला सम्मान समारोह का आयोजन पं0 दीनदयाल सभागार, झांसी में किया गया। इस अवसर पर मण्डलायुक्त श्री बिमल कुमार दुबे, जिलाधिकारी श्री मृदुल चौधरी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री बीबीजीटीएस मूर्ति की गरिमामयी उपस्थिति रही।
मिशन शक्ति अभियान फेज-5 के अन्तर्गत महिला सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित श्रीमती रमा निरंजन, सदस्य उ0प्र0 विधान परिषद ने अपने सम्बोधन में उपस्थित मातृ शक्ति को नमन करते हुये कहा कि सरकार द्वारा मिशन शक्ति के अन्तर्गत प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं की शत-प्रतिशत प्रतिभागिता कराई जा रही है। भारत की नारी पुरातनकाल से ही सशक्त रही है। उन्होने बताया कि परिवार की पहली शिक्षक माता ही होती है, इसलिए सभी माताएं अपने बेटों में महिलाओं के प्रति सम्मान का भाव अनिवार्य रुप से जागृत करें। सरकार के नेतृत्व में बेटियों को प्रतिभा के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। परिवार की कुशलता हेतु महिलाओं का शारीरिक एवं मानसिक रुप से स्वस्थ रहना अति आवश्यक है, इसका दायित्व एएनएम, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर निर्भर है, इस हेतु जनपद में तैनात सभी आशा, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं तथा बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें, जिससे हमारा देश आत्मनिर्भर भारत बन सके।
इस अवसर पर उपस्थित मातृशक्ति को सम्बोधित करते हुये मण्डलायुक्त श्री बिमल कुमार दुबे ने कहा कि वर्तमान समय में मिशन शक्ति अभियान का पांचवां चरण संचालित है, इसके पूर्व में आयोजित चार चरणों के माध्यम से उ0प्र0 शासन ने मिशन शक्ति अभियान के कार्यक्रम को संचालित किया। मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में आयोजित इस पांचवें चरण का उद्देश्य योजनाओं के शत-प्रतिशत आच्छादन के साथ महिलाओं में उनके अधिकारों के प्रति जनजागरुकता लाना है। जनजागरुकता से तात्पर्य यह है कि इस प्रकार के अभियान चलाकर ही अब मातृशक्ति का अनुभव करते हुये विचारधारा में परिवर्तन लाने के लिए मातृशक्ति का सही प्रदर्शन करवायें अथवा उसका अनुभव करें। उन्होने बताया कि समाज में मातृशक्ति की साधना करने के लिए यह अत्यन्त आवश्यक है कि हम उसकी साधना अपने मन एवं मस्तिष्क में भी करें। परिवार में माँ की अहम भूमिका होती है, जो अपने परिवार का पालन पोषण करती हैं, यदि प्रत्येक माँ अपने पुत्र के मन में नारी सम्मान के प्रति जागरुकता उत्पन्न करे, तो समाज में महिलाओं के प्रति दिखाई देने वाली सभी अव्यवस्थाएं पूर्णरुप से समाप्त हो जाएगी। उन्होने सभागार परिसर में उपस्थित समस्त मातृशक्ति से अनुरोध करते हुये कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में संचालित इस मातृशक्ति अभियान में प्रशासनिक इकाई द्वारा सरकारी योजनाओं का लाभ सभी तक पहुंचाया जा रहा है। प्रत्येक माता बालक की प्रथम शिक्षिका होती है, इस हेतु सभी माताएं अपने बच्चें को यह शिक्षा अवश्य दें कि नारी के प्रति सम्मान ही समाज का सबसे बड़ा कर्तव्य है, तब जाकर हम उ0प्र0 शासन की मंशानुरुप नारी की गरिमा को स्थापित कर सकेंगे।
मण्डलायुक्त ने बताया कि आज के समय में नारी, कर्तव्य के प्रत्येक क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहीं है। हमें इस परचम को और अधिक ऊंचाईयों तक ले जाने के लिए परिवार में बेटे और बेटी के भेद को पूर्णरुप से समाप्त करना होगा। हमे अपनी बेटियों को न केवल बेहतर से बेहतर शिक्षा देने अपितु जब तक वह अपने पैरों पर खड़ी न हो जाये तब तक उनके भविष्य के बारे में कोई निर्णय न लें, इसके लिए दृढ़संकल्पित होना चाहिए। मिशन शक्ति अभियान के संचालन की नींव पूर्णरुप से महिलाओं पर निर्भर है, इसके लिए एएनएम, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का यह महत्वपूर्ण दायित्व है कि वह शहरी और ग्रामीण महिलाओं के स्वास्थ्य की रक्षा करते हुये इस देश में जन्म लेने वाले बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें। मिशन शक्ति अभियान की पूर्ति के लिए महिलाओं को समस्त सरकारी कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करना चाहिए। वर्तमान समय में झांसी में पुलिस विभाग के अन्तर्गत लगभग 600 महिलाओं द्वारा प्रशिक्षण लेने का कार्य किया जा रहा है, यह जनपद के लिए अत्यधिक गर्व की बात है। पुलिस विभाग में इतनी बड़ी संख्या में महिला पुलिस कर्मियों की भर्ती ही प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की उपलब्धि का जीवित उदाहरण है।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी श्री मृदुल चौधरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि मिशन शक्ति एक व्यापक एवं दूरदर्शी पहल है, जिसका उद्देश्य महिलाओें को सुरक्षा, संरक्षा और आत्मनिर्भरता के लिए सशक्त बनाते हुये एक सुरक्षित वातावरण स्थापित कर महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने और समावेशी एवं सशक्त समाज बनाने का प्रयास करना है। उन्होने बताया कि भारत के संविधान में महिलाओं को पुरुषों की भांति ही समान अधिकार प्रदान किये गये हैं। किसी भी राष्ट्र के विकास के लिए वहां की महिलाओं का सशक्त होना अति आवश्यक है। भारत को स्वतंत्रता दिलाने में अनेक नारी शक्तियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है। हमें महिलाओं को समान अधिकार प्रदान करते हुये उन्हें आत्मनिर्भर एवं स्वावलम्बी बनाने की दिशा में सदैव तत्परता के साथ कार्य करना चाहिए। वर्तमान समय में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा गांव-गांव में महिलाओं को जागरुकता संदेश प्रदान किये जा रहे है। मिशन शक्ति अभियान के सफल संचालन हेतु शासन द्वारा पुलिस विभाग को इस महत्वपूर्ण अभियान का नोडल विभाग नामित किया गया है। हमें पुलिस विभाग को सहयोग करते हुये इस महत्वपूर्ण अभियान की प्रगति में अपने जनपद का नाम प्रकाशमय करना चाहिए।
कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत करते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि उ0प्र0 सरकार के निर्देशानुसार मिशन शक्ति फेज-5 के तहत जनपद झांसी में दिनांक 21 सितम्बर 2025 से महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान, स्वावलम्बन हेतु पुलिस विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है, इसके लिए जनपद में कुल 839 क्षेत्रों में एण्टी रोमियो स्क्वाॅड एवं वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जांच की गयी, जिसमें पुलिस महानिरीक्षक झांसी परिक्षेत्र के 08 स्थलों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परिक्षेत्र के 44 स्थलों सहित अन्य राजपत्रित अधिकारियों द्वारा 241 स्थलों पर जांच के दौरान कुल 5072 व्यक्तियों को चैक किया गया। चैकिंग में कुल 08 संदिग्ध/शोहदों के विरुद्ध अभियोग पंजीकरण, 70 अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं 2472 व्यक्तियों को विशेष चेतावनी देने की कार्यवाही की गयी। इसी प्रकार शारदीय नवरात्रि व्यवस्था के तहत जनपद में स्थापित 814 पण्डालों में महिला एवं बालिकाओं की सुरक्षा के दृष्टिगत 07 राजपत्रित अधिकारी, 24 महिला उपनिरीक्षक, 149 पुरुष उपनिरीक्षक, 73 महिला आरक्षी, 142 पुरुष आरक्षी तथा 71 महिला/पुरुष होमगार्ड द्वारा कुल 952 महिला चैपाल आयोजित की गयी, जिसमें कुल 7639 महिलायें एवं 6339 पुरुषों द्वारा प्रतिभाग किया गया। महिला को जागरुक करने के लिए पुलिस की सुरक्षा प्राप्त करने एवं समाज में महिलाओं के सम्मान में वृद्धि लाने के लिए पुलिस कर्मियों द्वारा आमजनमानस में कुल 8320 पिं्रटिड पर्चे एवं 2556 आॅनलाइन काॅपी का मेमो तैयार कर वितरित किया गया।
महिला सम्मान समारोह के अवसर उपस्थित अतिथियों द्वारा पुलिस विभाग (सुजाता, रजनी, श्वेता सिंह, दीक्षा, नीलेश कुमारी, मनु चौधरी, रचना चाहर, दुर्गेश, रुकमणी शर्मा, अंजली, उर्मिला प्रजापति तथा कोमल), शिक्षा विभाग (निधि चौहान, अर्चना सिंह, अरुणा अग्रवाल, रचना आनन्द, कल्पना सिंह, अर्चना अवस्थी, मानसी आर्या, मीनाक्षी उपाध्याय, रुपवती खोईया, आसमा खान, अंजना वर्मा तथा नीतू सिंह), राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (रचना विश्वकर्मा, अहिल्या, रानी कुशवाहा, अंजना, मीना देवी एवं भारती), स्वास्थ्य विभाग (विजयश्री शुक्ला, वैशाली शर्मा एवं अनुराधा राजपूत) एवं क्रीड़ा विभाग (कशिश कुशवाहा, आरती, मिनी वर्मा, अनन्या, कुमकुम राजपूत, भावना, पलक सक्सेना, नीलम यादव, निशी एवं प्रियंका मौर्या) में उत्कृष्ट कार्य करने वाली मातृशक्ति को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नोडल अधिकारी पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री अरविन्द कुमार द्वारा मुख्य अतिथि सहित उपस्थित अन्य अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया गया। इसके पश्चात लोकमान्य तिलक बालिका इण्टर काॅलेज की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गयी। आर्य कन्या इण्टर काॅलेज की छात्राओं द्वारा वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई जी के शौर्य एवं बलिदान से ओत-प्रोत नाटक की सुन्दर प्रस्तुति की गयी।
कार्यक्रम के अवसर पर पुलिस अधीक्षक नगर श्रीमती प्रीति सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक श्रीमती रती वर्मा, महिला थानाध्यक्ष किरन बाला, जिला विकास अधिकारी श्री सुनील कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री सुरेन्द्र कुमार पटेल, जिला पंचायत राज अधिकारी श्री बालगोविन्द श्रीवास्तव सहित पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन के अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में मातृशक्ति उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रवक्ता, सूरज प्रसाद राजकीय बालिका इंटर काॅलेज झांसी श्रीमती आसमा खान द्वारा किया गया।