मोंठ/झांसी – समथर में क्रय विक्रय की चुनाव में देखने को मिला जैसा कि देश के मुखिया के द्वारा कहा जाता है कि सबका साथ सबका विकास लेकिन कुछ यहां पर उल्टा ही था बासपा और सपा पार्टी की तर्ज पर भाजपा पार्टी के शिवेंद्र प्रताप सिंह (साकिन जिला पंचायत) सदस्य के द्वारा काम किया जा रहा है जैसा कि सपा और बासपा पार्टी में एक ही परिवार या रिश्तेदार के लोगों के द्वारा राजनीति करने का काम किया जाता था उसी प्रकार समथर में भी शिवेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा राजनीति की जा रही है और भाजपा पार्टी का नुकसान किया जा रहा है ऐसा ही मामला समथर क्रय विक्रय समिति के चुनाव में दिखा जहां पर हर जाति के सदस्य थे लेकिन साकिन जिला पंचायत सदस्य के द्वारा सबको दरकिनार करते हुए अपने मामा अजय पाल सिंह लोहागढ़ को क्रय विक्रय का अध्यक्ष के लिए भरपूर प्रयास करके अध्यक्ष बना लिया गया यहां पर देखने को मिलेगा सबका साथ अपना विकास कुछ ऐसा ही हाल है समथर का
यह है सदस्य—–
1. श्रीमती नीलम राजपूत
2.श्रीमती शकुंतला मिश्रा साकिन
3.श्रीमती बीरमति पांचाल साकिन
4.बैदेही शरण खूजा
5.आशीष सिंह बांगरी
6.कल्लू श्रीवास साकिन
7.विजयराम नामदेव समथर
8.नारायण सिंह खजूरी
9.रणवीर सिंह साकिन
10.अनिल श्रीवास्तव सजोखरी
11.अजय पाल सिंह
चर्चा का विषय—–
पहाड़पुरा सहकारी समिति अध्यक्ष के पद पर शिवपाल सिंह गुर्जर को अध्यक्ष पद पर चुनना और समथर में क्रय विक्रय समिति में भी मामा अजय पाल सिंह गुर्जर को अध्यक्ष पद पर चुनना समथर में चर्चा का विषय बन गया, चूकि क्रय विक्रय समिति के अध्यक्ष पद के लिए चुने गए वह शिवेंद्र प्रताप सिंह (साकिन जिला पंचायत सदस्य) के मामा है, जैसे ही मामा को क्रय विक्रय का अध्यक्ष चुना गया था, वैसे ही चर्चा का बाजार गर्म हो गया था, क्योंकि क्रय विक्रय समिति समथर के लिए मामा को ही क्यो चुना गया, क्या खास बात है मामा के अंदर जो सर्वजाति के लोगों को दरकिनार कर एक ही जाति के सदस्य को समिति अध्यक्ष व क्रय विक्रय का अध्यक्ष चुना जाना चर्चा का बिषय बन गया, इस तरह की राजनीति से अन्य जाति के लोगों के अंदर पार्टी को द्वेष भावना से देखा जा रहा है, क्या इसी प्रकार से शिवेंद्र प्रताप सिंह और मामा अजय पाल सिंह के द्वारा भाजपा पार्टी की नैय्या डुबाने का काम किया जाएगा, जिसमें मामा सहयोगी माने जाएंगे क्योंकि एक मामा को जिनका नाम यशपाल सिंह है उन्हें जिला मंत्री का पद दिया गया और एक मामा को क्रय विक्रय समिति का अध्यक्ष बना दिया गया, इससे लोगों के अंदर गलत संदेश जा रहा है, जहां पर हर जाति के सदस्य थे, उनको दरकिनार करते हुए केवल अपने ही मामा को अध्यक्ष बनाने का काम जनता को रास नहीं आया, क्या मामा भांजे के द्वारा पार्टी के साथ धोखा देने का काम किया जाता रहेगा, अब देखना होगा कि जिला के पार्टी के पदाधिकारियों के द्वारा कोई ठोस कदम उठाया जायेगा,
प्रदेश के मुखिया का नारा है, ,सबका साथ सबका विकास,
लेकिन यहां साकिन जिला पंचायत सदस्य शिवेंद्रप्रताप सिंह का भी एक नारा है,
सबका साथ, अपना और अपने रिश्तेदारों का विकास
अब देखना होगा कि पार्टी आगामी चुनाव में इनके किए कर्मों का कितना खामियाजा भुगतेगी,