*अक्षय तृतीया पर इस वर्ष इस दिन बन रहे हैं दो बड़े और महत्वपूर्ण योग:-ज्योतिर्विद संजय रावत*
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त माना जाता है। अबूझ मुहूर्त का अर्थ हुआ कि इस दिन कोई भी शुभ काम करने के लिए हमें निश्चित शुभ मुहूर्त देखने की जरूरत नहीं होती है। अक्षय तृतीया के दिन का हर पल बेहद शुभ होता है। ऐसे में इस वर्ष अक्षय तृतीया के मौके पर दो महत्वपूर्ण और शुभ योगों का संयोग भी बन रहा है जो इस दिन के महत्व को कई गुना बढ़ाने का काम करेगा।अक्षय तृतीया पर कौन से दो शुभ योग बन रहे हैं और क्या है इस दिन का शुभ मुहूर्त? अक्षय तृतीया पर बन रहे हैं दो शुभ योग इस वर्ष अक्षय तृतीया 14 मई के दिन है। इस मौके पर लक्ष्मी नारायण योग और गजकेसरी योग बन रहा है। कहा जाता है कि, अक्षय तृतीया के दिन यदि जप,तप, स्नान दान आदि किया जाए तो इससे व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके अलावा अक्षय तृतीया के दिन यदि अपने पितरों को जल दान दिया जाए तो कहा जाता है कि, उनकी आत्मा अनंत काल के लिए तृप्त होती है। क्या होता है लक्ष्मी नारायण योग?* ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि, लक्ष्मी नारायण योग एक बेहद ही शुभ योग होता है। इस योग में बुध को भगवान विष्णु और शुक्र को माता लक्ष्मी की श्रेणी दी गई है। लक्ष्मी नारायण योग व्यक्ति के सुख और सौभाग्य को बढ़ाने वाला योगा कहा जाता है। क्या होता है गजकेसरी योग? ज्योतिष के अनुसार गजकेसरी योग भी एक बेहद शुभ योग माना गया है। गज का अर्थ हाथी से जोड़कर देखा जाता है और केसरी को सोने या सिंह से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में जिस व्यक्ति की कुंडली में यह योग होता है ऐसे व्यक्तियों को जीवन में हमेशा ऊंचाइयां हासिल होती हैं। अक्षय तृतीया 2021 शुभ मुहूर्त प्रति वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतिया को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। इस समय सूर्य और चंद्रमा अपनी उच्च राशि में होते हैं। अक्षय तृतीया- शुक्रवार 14 मई 2021 को मनाई जाएगी। अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त- सुबह 05 बजकर 38 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। अक्षय तृतीया के मौके पर गंगा स्नान का भी महत्व बताया गया है। हालांकि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यदि गंगा स्नान नहीं भी किया जा सकता तो घर में ही है स्नान के जल में गंगा जल मिलाकर उस से नहाने से व्यक्ति के सभी तरह के पाप और कष्ट दूर होते हैं। इसके अलावा स्नान करने के बाद दान का संकल्प लें और परिस्थितियां सामान्य होने के बाद दान अवश्य करें। ऐसा करने से व्यक्ति का जीवन हमेशा सुख पूर्वक व्यतीत होता है। अक्षय तृतीया पर दान का महत्व हिंदू धर्म में दान का वैसे भी विशेष महत्व बताया गया है। ऐसे में जो लोग अक्षय तृतीया के दिन दान करते हैं उन्हें अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति होती है। सवाल उठता है कि, अक्षय तृतीया के दिन किन वस्तुओं का दान किया जा सकता है तो हम बता दें कि, अक्षय तृतीया के दिन आप चाहे तो कलश, पंखे, छाते, चावल, दाल, चीनी,अन्न, वस्त्र या फल आदि का दान कर सकते हैं।