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प्राथमिक शिक्षक संघ ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

ByNeeraj sahu

Jul 9, 2025

झांसी। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद झांसी इकाई ने जिले में चल रही विद्यालय युग्मन (मर्जर) प्रक्रिया और प्राथमिक शिक्षकों की लंबित स्थानांतरण समस्याओं को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा।

धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अजय यादव ने की, जबकि मंच का संचालन जिला मंत्री प्रसून तिवारी ने किया। इस अवसर पर सैकड़ों शिक्षकों ने अपने संबोधन में विद्यालय युग्मन नीति को अव्यावहारिक बताते हुए इसका पुरजोर विरोध किया।

ज्ञापन में कहा गया कि सरकार द्वारा विद्यालयों के युग्मन की जो नीति चलाई जा रही है, उससे ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों को विद्यालय आने-जाने में कठिनाई होगी। छात्रों को अब पहले से अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी, जिससे गरीब और पिछड़े वर्ग के बच्चों की शिक्षा पर गंभीर असर पड़ेगा। इसके साथ ही विद्यालय मर्जर से हजारों रसोइयों और प्रधानाध्यापकों की सेवाएं समाप्त होने का खतरा है, जिससे अनेक परिवारों के समक्ष रोज़गार संकट उत्पन्न हो जाएगा।

संघ ने आरोप लगाया कि इस प्रक्रिया को पूरा कराने के लिए विभागीय अधिकारी प्रधानाध्यापक, ग्राम प्रधान एवं विद्यालय प्रबंधन समिति पर दबाव बना रहे हैं ताकि विद्यालय बंद करने के पक्ष में प्रस्ताव पास कराए जा सकें। यह पूरी तरह लोकतांत्रिक व्यवस्था के विपरीत है और शिक्षा के अधिकार के साथ बड़ा खिलवाड़ है।

धरना स्थल पर उपस्थित सैकड़ों शिक्षकों ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यालय बंद करने का यह निर्णय निर्दयी और कठोर है, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह अव्यावहारिक नीति वापस नहीं ली गई और लंबित स्थानांतरण आदेश जल्द जारी नहीं हुए तो संगठन को आंदोलन के कठोर कदम उठाने होंगे।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष अजय यादव, जिला मंत्री प्रसून तिवारी, पहलाद यादव, स्वदेश, मनोज शर्मा, रितुल त्रिपाठी, आशीष यादव, साजन त्रिपाठी, बसंत पटेल, दीपचंद कदर, मनीष श्रीवास्तव, घनेंद्र तोमर, आनंद यादव, ज्योति पटेल, रंजना मिश्रा, मोहिनी यादव, शालिनी पथिक, मंजुला श्रीवास्तव, अरविंद सिंह, सुरेंद्र, संतोष सेठ, रवि प्रकाश खरे, नरेंद्र, पवन गुर्जर, पवनेंद्र, शेखर, ओमवीर, मनोज यादव, रवि शिवाजी, राम, कुलदीप यादव, अमित, राम शंकर, सुदेश समेत सैकड़ों अध्यापक-अध्यापिकाएं मौजूद रहे और सभी ने एक स्वर में इस प्रक्रिया का विरोध किया।

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