जालौन में बारिश ने तोड़ी किसानों की कमर — खेत बने तालाब, रबी की फसलें चौपट
जालौन :० सोमवार सुबह हुई झमाझम बारिश ने जालौन के कोंच विकासखंड क्षेत्र के किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। लगातार हुई भारी बारिश से खेतों में खड़ी रबी की फसलें—खासकर मटर और दलहन—पूरी तरह बर्बाद हो गईं। खेत जलमग्न हो चुके हैं, और किसानों की महीनों की मेहनत अब मिट्टी में मिलती नजर आ रही है।
ग्राम परैथा के किसान सुभाष, जगदीश, गरिवदास, जितेन्द्र, सहाव सिंह, गुलाब सिंह, नरेंद्र कुमार और मुक्तेश का कहना है कि उन्होंने बीज, खाद और कीटनाशक में भारी खर्च किया था। लेकिन अब फसलें नष्ट हो जाने से वे गहरे आर्थिक संकट में हैं। कई किसानों के पास तो अगली फसल बोने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं।
किसानों ने बताया कि वे पहले से ही कर्ज में डूबे हैं, और अब इस तबाही के बाद उनकी स्थिति बेहद दयनीय हो गई है। बारिश से हुए नुकसान के चलते किसानों के बीच निराशा और चिंता का माहौल है। कुछ किसान मानसिक तनाव में हैं और आत्महत्या जैसे कदम उठाने की बात तक कर रहे हैं।
किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि तुरंत नुकसान का सर्वे कराया जाए और उचित मुआवजा दिया जाए, ताकि वे दोबारा खेती शुरू कर सकें। ग्रामीणों का कहना है कि अगर सरकार ने समय रहते मदद नहीं की, तो हालात और भी बिगड़ सकते हैं।
लगातार बदलते मौसम और प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे किसानों को अब राहत की आस केवल शासन से ही है।