“सदुपुरा से रेढर तक जर्जर सड़क बनी परेशानी का सबब, ग्रामीणों में उबाल”
जालौन जनपद में विकास कार्यों के दावे एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं। कोंच तहसील क्षेत्र के ग्राम सदुपुरा से रेढर तक जाने वाली पीडब्ल्यूडी सड़क की हालत बदहाल है। वर्षों से जर्जर यह सड़क अब ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन चुकी है। आइए आपको दिखाते हैं, कैसी है इस सड़क की हकीकत—
लगभग 12 किलोमीटर लंबा यह मार्ग बड़े-बड़े गड्ढों से भरा पड़ा है।
हर दिन इस रास्ते से सैकड़ों ग्रामीण और स्कूली बच्चे गुजरते हैं — मगर सड़क की हालत ऐसी कि हर कदम पर खतरा बना रहता है।
“हम लोगों ने कई बार अफसरों से कह दिया कि सड़क ठीक करा दो, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। बारिश में तो हालत और खराब हो जाती है।”महेश कुमार (ग्रामीण)
“कुछ महीने पहले मरम्मत हुई थी, लेकिन वह खानापूर्ति रही — लाखों रुपये खर्च हुए, फिर भी सड़क जस की तस है।”कुलदीप (ग्रामीण)
सिवनी बुजुर्ग के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शिवराज कुशवाहा का कहना है कि वर्षों से यह सड़क उपेक्षा की शिकार है।
यह मार्ग सदुपुरा, सिवनी बुजुर्ग, सिवनी खुर्द, तजपुरा, परासनी, भगवन्तपुरा और रेढर समेत एक दर्जन गांवों को जोड़ता है, इसलिए इसका सुधार ग्रामीणों की बड़ी जरूरत है।
“यह सड़क कई गांवों की लाइफलाइन है। अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।” शिवराज कुशवाहा
बरसात के मौसम में यह सड़क दलदल में बदल जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। ग्रामीणों का कहना है — जब तक इस मार्ग का पुनर्निर्माण कार्य नहीं होता, तब तक परेशानियां यूं ही बनी रहेंगी।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि कब इस जर्जर सड़क की सुध लेते हैं। फिलहाल, ग्रामीण इंतजार में हैं — एक ऐसी सड़क के, जिस पर चलना मुश्किल न हो, बल्कि सुरक्षित हो।