*बलिया पत्रकार गोलीकांड को लेकर,जालौन के पत्रकारों में आक्रोश, सौपा ज्ञापन :- रिपोर्ट-रविकांत द्विवेदी, जालौन*
-पीड़ित परिवार को सरकार से की आर्थिक सहायता की मांग
– पत्रकारों की सुरक्षा के लिए बने क़ानून
उरई : वर्तमान में पत्रकारों की सुरक्षा व्यवस्था में लगातार प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं आए दिन होने वाली घटनाओं से पत्रकार में रोष व्याप्त है। कई बार पत्रकारों के साथ मारपीट की घटनाएं सामने आती है और कभी-कभी तो कई मामलों में उनकी हत्या भी कर दी जाती है मगर ऐसे मामलों को परिवेश और देश की सरकारों ने संज्ञान में नहीं लिया और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून नहीं बनाए गए जिसका नतीजा एक बार फिर बलिया में देखने को मिला जहां एक पत्रकार को बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई।
बलिया में हुई पत्रकार रतन सिंह की हत्या व पत्रकारों पर हो रहें लगातार हमले को लेकर आदर्श पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन के बुंदेलखंड जोनल प्रभारी विशाल वर्मा के नेतृत्व में जिला अध्यक्ष नितिन यागिक ने राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपते हुए कड़ी निंदा की। साथ ही प्रदेश सरकार से मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी एवं हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की। जोनल असिस्टेंट मयंक गुप्ता ने कहा कि पत्रकारों पर लगातार हो रहें हमले और हत्याओं की घटना को लेकर सख्त कानून बनाया जाएं। इस दौरान अजय श्रीवास्तव,अलीम सिद्दकी,राजू सैनी, शैलेंद्र शर्मा, सुशील पांडेय, इसरार खान, गोविंद दाऊ, ब्रजेश पाठक, राहुल, महावीर यागिक,मुबीन खान,विक्की परिहार,मयंक सैनी नसीम, सुधीर राणा, रविन्द्र गौतम, कुलदीप मिश्रा, रविकांत द्विवेदी,यदुराज यादव, शत्रुघ्न सिंह मौजूद रहे।
*इनसेट*—- *महीने भर में दूसरी हत्या*: गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में पिछले एक महीने में पत्रकार की यह दूसरी हत्या है। इससे पहले गाजियाबाद में भी बदमाशों ने एक पत्रकार की हत्या कर दी थी।
20 जुलाई की रात पत्रकार विक्रम जोशी को कुछ बदमाशों ने सिर में गोली मार दी थी। वह अपनी दो बेटियों के साथ घर लौट रहे थे, तभी उन पर कुछ लोगों ने घेर कर हमला कर दिया था।