गोचर की चौदह एकड़ जमीन होने के बावजूद भी नगर में नहीं बन सकी गौशाला -रिपोर्ट -मुबीन खान गरोठा-
ग्रामीण एडिटर धीरेंद्र रायकवार
गरोठा झासी | एक और योगी सरकार द्वारा गौशाला की योजना चलाई गई थी पर चौदह एकड़ जमीन होने के बाबजूद भी गरौठा में नही हो रहा गौशाला का निर्माण क्योंकि झाँसी जनपद की सबसे पिछड़ी तहसील गरौठा मानी जाती है इस ओर किसी का भी ध्यान नही जाता है हमारी सरकार कहती है कि गौ हमारी माता है बही आज गाय भुखमरी से मर रही है जब चुनाव का टाइम आता है तो सरकार के प्रतिनिधि वादा करते है कि हम गौशाला का निर्माण करवायेंगे क्या महज ये बाते बादा ही बनकर रह जाती है अगर गौशाला का निर्माण हो जायेगा तो यहाँ का किसान भी खुश रहेगा कही न कही उनकी फसल भी बच जाएगी देखा जाए तो जानकर भी अनजान है सरकार के प्रतिनिधि
आखिर सबको पता है कि गरौठा में चौदह एकड़ जमीन गौचर की पड़ी है पर कोई पहल नही करना चाहता है अगर कोई पहल करता भी है तो उसको कुछ हासिल नही होता क्योंकि कोई इस बारे में मेहनत करके गौशाला की आवाज उठाता है और अगर गौशाला बन जायेगी तो नेता जन इसे अपना कार्य बताकर उसका फीता काटने आ जाते है और सरकार के स्पोटर नेता इसे अपनी पहल बता देते है
जब किसान परेशान है अन्ना जानबरो से नेतायों को यह कार्य जल्द से जल्द करा देना चाहिये जिससे गो माता की सेवा सही से होगी और उन्हें भूखौ नही मरना होगा और किसानो को अन्ना जानवरों से छुटकारा मिल जाएगा जिससे उनकी फसलें तबाह होने से बच जाएंगी किसानों की समस्याओं को देखते हुए नेताओं को अधिकारियों को नगर में जल्द से जल्द गौशाला बनवा देनी चाहिए जिससे आवारा घूम रहे पशुओं पर लगाम लग सके