ग्रामीण एडिटर धीरेन्द्र रायकवार
टहरौली झाँसी – प्रदेश सरकार की मंशा के बिपरीत धरातल पर बालू खनन की स्थिति कुछ और ही बनी हुई है। खनन माफिया निर्भीक हो कर लगातार रात्रि में खनन में लिप्त हैं। खनन माफियाओं ने शाशन प्रशाशन को ठेंगा दिखाते हुये चिन्हित घाटों के अलावा और जेसीबी मशीन द्वारा नये स्थान खनन हेतु बना लिये हैं। जहां वे रात्रि में अबैध खनन कर रहे हैं। ग्राम बरौल में अबैध रूप से नाव द्वारा नदी से बालू निकाली जा रही है।
झांसी के इस तहसील के अंतर्गत व्यायाम हो रहा है अवैध खनन………
लुहरगांव, पथरेड़ी और कलौथरा घाट से भी रात्रि में अबैध खनन जारी है। बताया जा रहा कि खनन माफिया दिन में बालू का डम्प करते हैं और रात्रि में बालू ढोई जा रही है। कस्बा टहरौली में और आस पास के गांवों में भी रात भर अबैध बालू से भरे ट्रैक्टरों की धमाचौकड़ी जारी रहती है। सकरी गलियों में तेज भागते ट्रैक्टर कभी भी अनहोनी को आमंत्रित कर सकते हैं। उपजिलाधिकारी टहरौली ज्ञानेश्वर प्रसाद से बात करने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने घाटों का निरीक्षण किया तो अबैध खनन होते नहीं पाया।
झांसी दर्शन न्यूज़ की टीम से क्या बोले एसडीएम टहरौली…..
वहीं इस पूरे मामले पर हमारे झांसी दर्शन न्यूज़ टीम ने एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि कुछ लोगों एवं उनके लेखपाल द्वारा बताया कि उन्हें अवैध खनन की सूचना मिली थी। जिसके तहत वह सूचना पाकर मौके पर पहुंचे तो वहां से खनन माफिया पहले ही निकल चुके थे। लेकिन वही ऐसे में एक बड़ा सवाल यह पैदा होता है कि आखिर इन खनन माफियाओं के तार कहां से ऐसे जुड़े हैं। जो किसी भी अधिकारी के आने की खबर पहले ही हो जाती है। और वह अवैध खनन करने वाली जगह से मौका पाकर फरार हो जाते हैं।
टहरौली थाने की नाक के नीचे हो रहा है अवैध खनन…….
वहीं एक सोचने वाली बात यह भी है कि संबंधित टहरौली थाने की पुलिस की नाक के नीचे अवैध खनन जारी है। और पुलिस प्रशासन आंख बंद करके तमाशा देख रहा है। वहीं इस पूरे मामले पर एसडीएम टहरौली ज्ञानेश्वर प्रसाद ने बताया कि जब भी अवैध खनन की सूचना मिलेगी वह मौके पर जाकर कार्रवाई करने की कोशिश करेंगे। सूचना मिलने पर वह मौके पर भी गए लेकिन तब तक खनन माफियाओं को सूचना कहीं से प्राप्त हो गई थी। जिसकी वजह से वह मौके से फरार हो गए।
झांसी दर्शन न्यूज़ टीम को अवैध खनन में मिले अहम सुराग……
लेकिन आपको बता दें कि हमारी झांसी दर्शन न्यूज़ की टीम ने इस बात की आखिर पुष्टि करनी चाही कि वहा पर वाकई में क्या अवैध खनन हो रहा था। तो हमारे झांसी दर्शन न्यूज़ की टीम ने गहराई से वहां पर आसपास जांच की तो पता चला कि जेसीबी मशीन के पहिए भी बने हुए हैं। और ट्रैक्टरों से आने जाने वाले मार्ग पर ट्रैक्टर के भी अंधाधुंध भागने के निशान मौजूद है। इससे फिलहाल यह तो साफ जाहिर हो गया कि इस अवैध घाट से अवैध खनन जारी है। लेकिन प्रशासन की पकड़ से अभी खनन माफिया कोसो दूर है। और शायद यही रवैया रहा तो खनन माफिया कभी भी प्रशासन के हाथ नहीं आएंगे।
प्रशासनिक अधिकारियों का वही रटा रटाया जवाब……
क्योंकि जब भी प्रशासनिक अधिकारियों से अवैध खनन के बारे में बातचीत की जाती है तो सिर्फ और सिर्फ वही रटा रटाया जवाब देकर पल्ला झाड़ लिया जाता है कि सूचना मिलने पर हम लोग मौके पर गए थे लेकिन वहां पर कोई भी अवैध खनन नहीं मिला होता यूं है कि जब भी कहीं अवैध खनन की सूचना होती है तो आखिर वह कौन से तार और किस से जुड़े होते हैं कि अधिकारियों के छापे मारने से पहले ही खनन माफिया मौके से फरार हो जाते हैं।
प्रदेश सरकार सवालों के घेरे में या फिर यूं कहें प्रशासन बदनाम, प्रशासन हो रहा मालामाल…..
अब ऐसे में प्रदेश सरकार भले ही अवैध खनन रोकने के बड़े-बड़े दावे ठोकने की भले ही बात कर रही हो लेकिन लेकिन यहां जिले स्तर पर बैठे अधिकारी सारे सिस्टम चाहे वह कानून व्यवस्था हो या फिर राजस्व व्यवस्था को अपने सहूलियत के अनुसार चला रहे हैं ऐसे में फिलहाल आप भी कह सकते हैं कि यहां उत्तर प्रदेश शासन बदनामी की भेंट चढ़ रहा है और प्रशासन मालामाल हो रहा है अब देखना यह होगा कि जनपद में बड़े पैमाने पर हो रहे इस अवैध खनन में अधिकारी या फिर कानून के रखवाले के खिलाफ जिला प्रशासन या फिर शासन स्तर पर बैठे प्रदेश के मुखिया द्वारा क्या सख्त कदम उठाए जाएंगे।