गरौठा झांसी
भगवान कृष्ण के बड़े भ्राता से संबंधित है हरछठ का व्रत माताये रखती हैं अपने पुत्र की लंबी आयु के लिए व्रत ll रिपोर्ट मुबीन खान गरौठा
ग्रामीण एडिटर धीरेंद्र रायकवार
हरवर्ष भाद्रपद माह की छठी तिथि को भगवान श्री कृष्ण के बड़े भ्राता श्री बलराम जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है इसी दिन महिलाएं अपने पुत्र कि लंबी आयु के लिए और उन्हें असामयिक मौत से बचाने के लिए हरछठ व्रत रखती हैं इस दिन महिलाएं ऐसे खेत में पैर नहीं रखतीं जहां फसल पैदा होनी हो और ना ही पारणा करते समय अनाज व दूध-दही नही खाती है
हरछठ व्रत की महत्वपूर्ण विशेषताएं हे इस दिन हल पूजा का विशेष महत्व है इस दिन गाय के दूध व दही का सेवन करना वर्जित माना गया है हरछठ पूजा विशेष रूप से उत्तर भारत के त्योहारों में एक है स्त्रियां इस व्रत में पेड़ों के बिना बोया अनाज आदि खाने का विधान है व पूजा में सात प्रकार के भुने अनाज जैसे गेहूं ज्वार मसूर धान चना मक्का आदि कुंडवा में भरकर पूजा करती हैं
यह व्रत पुत्रवती स्त्रियों को विशेष तौर पर रखना चाहिए हरछठ के दिन दिन भर निर्जला व्रत रखने के बाद व्रत करने वाली महिलाएं शाम को पसही के चावल या महुए का लाटा बनाकर व्रत खोलती हैं