भले ही सुप्रीम कोर्ट का आदेश हो कि पत्रकारों से बदसलूकी करने वालों को उम्र कैद की सजा होगी लेकिन उत्तर प्रदेश में धड़ल्ले से पत्रकारों के से बदसलूकी की जा रही है.
ग्रामीण एडिटर धीरेन्द्र रायकवार
टहरौली (झांसी)। सत्ताधारी दल के कुछ प्रभावशाली नेताओं के इशारे पर जनपद के कई बालू घाटों पर हो रहे अवैध खनन की पोल खोलने पर आज झांसी के पत्रकार रितेश मिश्रा राघवेंद्र के घर जाकर अवैध खनन माफियाओं के गुर्गों ने जान से मारने की धमकी दी है। यहीं नहीं माफियाओं ने रीतेश के खिलाफ फर्जी मुकद्दमा लिखाने की भी धमकी दी। आपको बता दें कि पत्रकार रितेश मिश्रा राघवेंद्र ने बीते दिन झांसी के टहरौली क्षेत्र अंतर्गत आने वाली पथरेड़ी घाट पर हो रहे बालू के अवैध खनन की वीडियो बनाई थी और इसे तमाम लोगों तक भेजा था । जिसके बाद माफिया आग बबूला हो गए और आज दोपहर पत्रकार के घर जाकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी । यहीं नहीं घर पहुंची माफियाओं के गुर्गे ने लूट का फर्जी मुकदमा लिखवाने की भी धमकी दी है।
*माफियाओं के आगे प्रशासन ने टेके घुटने ? पत्रकार बन रहे शिकार*
ज्ञात हो कि बीते 1 माह से झांसी जनपद में पत्रकारों के खिलाफ एक विशेष षड्यंत्र के तहत फर्जी मुकदमे लिखाए जा रहे हैं, और उन्हें कलम रोकने के लिए लगातार दबाव में लिया जा रहा है। हाल ही का मामला झांसी के मौठ के पत्रकार कोमल सिंह परिहार और झांसी के गुरसराय के पत्रकार आशुतोष नायक का है। अब इसी कड़ी में तीसरा नाम टहरौली के पत्रकार रीतेश मिश्रा का नाम भी आ गया है।
यदि जिला प्रशासन ने जल्द ही इन माफियाओं पर लगाम नहीं लगाया तो एक एक करके सभी पत्रकारों को निशाना बनाया जा सकता है । यही नहीं किसी दिन उनकी जान पर भी आ सकती है। ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए कि वह माफिया और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर लगाम कसे।
टहरौली से देवेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट