ग्रामीण एडिटर धीरेन्द्र रायकवार
ऐंबुलेंस पहुंचने में देरी पर एक गर्भवती महिला को टैक्सी से अस्पताल ले जाया गया। किन्तु अस्पताल पहुंचने से पहले अस्पताल गेट के सामने उसने टैक्सी में ही एक कन्या को जन्म दिया। जिसके बाद अस्पताल स्टाफ ने उसे अंदर भर्ती कराया।
टीकमगढ जनपद के सकेरा गांव निवासी भारती पत्नी कमतू अपनी चचेरी बहन पूजा के विवाह समारोह में शामिल होने के लिये अपने मायके चिकासी थाने के गिरवर गांव आई थी। बुधवार को भांवरों का कार्यक्रम चल रहा था तभी भारती को प्रसव पीड़ा हुई। बताया कि उसने तत्काल 102 नम्बर ऐंबुलेंस को फोन किया जिस पर चालक ने बताया कि वह अभी जराखर क्षेत्र में है तथा आने में समय लगेगा। इधर प्रसव पीड़ा बढने के कारण परिजन परेशान हो गये तथा उसे टैक्सी में बैठा कर अस्पताल ले गये। अस्पताल गेट तक पहुंचते ही महिला को जोर का दर्द हुआ तथा उसने टैक्सी में ही एक कन्या को जन्म दिया। बाद में अस्पताल प्रसासन ने प्रसूता व नवजात कन्या को अस्पताल में भर्ती किया। परिजनों ने बताया कि अस्पताल की स्टाफ नर्स द्वारा बच्ची होने पर उनसे सुविधा शुल्क की मांग की गई। जबकि बच्ची टैक्सी में हुई जिसमें अस्पताल प्रशासन का कोई सहयोग नहीं रहा।