ग्रामीण एडिटर धीरेन्द्र रायकवार
शब ए बारात का पर्व राठ कसबे की छोटी बड़ी मस्जिदों व घरों में अकीदतमंदों ने इबादत कर अल्लाह से दुआ मांगी
इस्लामी महीना की 14वीं तारीख 15वीं शब की रात को शब-ए-बरात यानी निजात की रात का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इस रात बंदों पर अल्लाह की खास रहमतें उतरती है। अकीदतमंद इस रात शहर की छोटी-बड़ी तमाम मस्जिदों और घरों में इबादत कर अल्लाह से दुआ मांगते हैं। मंगलवार की रात मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कब्रिस्तानों में जाकर पूर्वजों की कब्रों पर फातिहा पढ़ कर उनकी बख्शिश की दुआ की।