मोठ झांसी – उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों एवं पीड़ितों की शिकायतों को सुनने के लिए नियमानुसार अभी तक तहसील दिवस, थाना दिवस गरीबो की समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु चलाए गए थे। क्योंकि योगी जी की सोच भी सही है और उनको लगता भी है कि कहीं न कहीं गरीबो की समस्याओं का निस्तारण हो रहा है। उन्होंने तहसील दिवस का नाम बदलकर संपूर्ण समाधान दिवस कर दिया। योगी जी ने तो नाम भी अच्छा रखा है। संपूर्ण समाधान दिवस का मतलब समझ लीजिए। आपकी समस्याओं का पूर्ण रूप से समाधान किया जाएगा। लेकिन क्या ऐसा होता है, क्या योगी जी की सोच को प्रशासनिक अधिकारी पूर्ण होने देंगे, क्या ऐ सब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच को पलीता लगाने का काम किया जा रहा है। कुछ ऐसे ही हालातों से हम आपको रू-ब-रू कराते है।
यह है पूरा मामला——-
मामला झांसी जिले के तहसील मोंठ का है। जहां तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आता है। ग्राम अमरौख जहां दबंगों का तालाब की भूमि व शमशान की जमीन पर अवैध कब्जा है। जिसकी शिकायत करने ग्राम अमरौख की समाज सेवी शिखा नामदेव पुत्री उमाशंकर नामदेव तहसील दिवस मोंठ में पहुंची। जैसे ही उन्होंने अवैध कब्जे की शिकायत लिखित रूप से तहसील दिवस में की तो, क्योंकि जमीन से संबंधित कोई भी कार्य तहसीलदार साहब देखते हैं, तो उच्चाधिकारियों ने पूरा मामला तहसीलदार साहब को बताने के लिए कहा। जिसपर समाधान दिवस में बैठे तहसीलदार साहब श्रीराम यादव से उसने अवैध कब्जे की शिकायत की। जिसपर वह अवैध कब्जे की शिकायत सुनकर शिकायत करने आई समाजसेवी सिखा नामदेव पर बरस पड़े और वहीं पर उसे खरी खोटी सुनाने लगे और बोले तेरी उम्र क्या है। अभी होश आया है। क्या तू वहाँ नापकर आई हैं कि अवैध कब्जा है। जो यहां शिकायत लेकर आई हो, जबकि मौके पर वहां उप जिलाधिकारी, तहसील स्तरीय, क्षेत्रीय एवं जिला स्तरीय अधिकारी भी मौजूद थे। फिलहाल में वह अवैध कब्जे की शिकायत तो वह तहसील दिवस में वह कर आई थी। लेकिन कहीं न कहीं कुछ ऐसे ही रवैया के कारण प्रदेश की सरकार के नियमों को एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की सोच को पलीता लगाने का नाम किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों की समस्याओं के निस्तारण हेतु चलाए जाने वाले चाहे वह संपूर्ण समाधान दिवस हो या फिर थाना दिवस या समाधान कुछ ऐसे ही रवैया के कारण जनता का विश्वास इन थाना दिवस एवं संपूर्ण समाधान दिवस से उठता जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक गरीबों के समस्याओं के निस्तारण हेतु आईजीआरएस पर शिकायत दर्ज पोर्टल भी चलाया गया है। जिसपर कहीं न कहीं शिकायत करने पर जनता की समस्याओं का तुरंत निस्तारण एवं सही निस्तारण भी होते हैं। जिसपर पीड़ित समाज सेवी सिखा नामदेव ने आईजीआरएस पोर्टल के माध्यम से अवैधकब्जा व तहसीलदार श्रीराम यादव द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करने की शिकायत आईजीआरएस के माध्यम से दर्ज कराते हुए बताया कि वह आज ग्राम ब्लाक की तालाब एवं श्मशान घाट की जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत को लेकर तहसील दिवस मोंठ में गई थी। लेकिन अवैध कब्जे की शिकायत सुन तहसीलदार साहब उल्टा उस पर ही भड़क उठे एवं उसे भला बुरा कहते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे। जिसकी शिकायत उसने आईजीआरएस के माध्यम से मुख्यमंत्री, मंडला आयुक्त एवं जिला अधिकारी को आईजीआरएस के माध्यम से तहसीलदार मोंठ पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।