ग्रामीण एडिटर धीरेन्द्र रायकवार
ससुरालियों के जुल्म से परेशान एक विवाहिता ने कोतवाली पुलिस से गुहार लगाई। बताया कि ससुराली उसे खाने को नहीं देते। उसकी ढाई माह की दुधमुंही बच्ची भी भूख से तड़पती रहती है। पीड़िता ने ससुरालियों के जुल्म बताते हुए बिलख बिलख कर रोई।
राठ कोतवाली में उस समय सभी भौंचक्के रह गये जब एक महिला अपनी ढाई माह की मासूम बच्ची को बेहोशी की हालत में लेकर पहुंची। महिला कांस्टेबल खुशबू खान द्वारा पूंछने पर बताया कि चार दिनों से वह भूखी है। दूध न मिलने से बच्ची भूख के कारण तड़प तड़प कर बेहोश हो गई। महिला कांस्टेबल खुशबू खान ने पानी के छींटे मारते हुए मासूम को होश में लाया। मानवता का परिचय देते हुए तत्काल बाजार से दूध मंगाकर महिला को दिया। जब महिला ने चम्मच से मासूम को दूध पिलाया तब कहीं वह होश में आ सकी। कसबे के मुहल्ला चरखारी रोड निवासी रोशनी ने बताया कि ससुराली उसे भूखा रख कर मारपीट करते हुए उसका उत्पीड़न करते हैं। भूख प्यास से वह इतनी टूट चुकी है कि उसे दूध नहीं निकलता है। दूध न निकलने की वजह से उसकी मासूम पुत्री भूख से परेशान रहने लगी। बताया कि शनिवार को भरी दोपहरी में उसके ससुरालियों ने मासूम को तेज धूप में तपते आंगन में लिटा दिया। जिससे मासूम की हालत बिगड़ गई तथा वह होश खो बैठी। बच्ची के बेहोश होने पर मां की ममता का सब्र टूट गया तथा वह उसी हालत में मासूम को लेकर कोतवाली पहुंची।