राठ क्षेत्र के धनौरी गांव में विद्युत व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त चल रही है। गांव में पड़ी विद्युत लाइन बुरी तरह से जर्जर हो चुकी है। आये दिन तार टूटने की वजह से घंटों विद्युत आपूर्ति बाधित रहती है। मकानों पर झूलते बिजली के तार कभी भी किसी बडे़ हादसे को अंजाम दे सकते हैं। शिकायतें करने के बावजूद अधिकारियों द्वारा ध्यान न दिये जाने से ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है।
धनौरी गांव में वर्षों पहले बदलीं गईं विद्युत लाइनें अब जर्जर अवस्था में पहुंच चुकीं हैं। आये दिन विधुत तारों में स्पार्किंग होती है तथा वह टूटते रहते है। जिससे गांव की बिजली व्यवस्था कई दिनों तक बाधित रहती है। इन टूटते बिजली के तारों से कई बार गांव में हादसे हो चुके हैं। बिजली के तार टूट कर गिरने से कई बार खेतों में खड़ी फसलें जल चुकीं हैं। आये दिन टूटते विद्युत तार आर्थिक छति से लेकर जन हानि तक के कारण बने। इस सब के बावजूद विद्युत विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामीणों द्वारा जर्जर विद्युत व्यवस्था से स्थानीय अधिकारियों सहित जिले के आला अधिकारियों को भी कई बार अवगत कराया जा चुका है। किन्तु फिर भी र्जजर तार बदलने की कोई सुधि नहीं ले रहा है। गांव में झूल रहे विद्युत तारों को ग्रामीण बांस, बल्लियों के सहारे व्यवस्थित करने में लगे रहते हैं। मकानों के ऊपर झूलतीं विद्युत लाइनें कभी भी किसी बडे़ हादसे को अंजाम दे सकतीं हैं। गांव निवासी राजेश, अनिल, शैलेश, मुन्ना, सर्वेश, देवपाल, परमेश्वरी दयाल आदि ने बताया कि यदि जर्जर विद्युत तारों को समय रहते नहीं बदला गया तो यह किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। विद्युत विभाग की उदासीनता का परिणाम निर्दोष ग्रामीणों को भुगतना पडे़गा। आक्रोशित ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जर्जर लाइनों को बदल कर विद्युत व्यवस्था को चाकचौबंद नहीं किया गया तो वह लोग जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन को मजबूर हो जायेंगे।