आतंक का पर्याय बन चुका टोला खंगारन का बल्लू खंगार : रि.नेहा वर्मा
ग्रामीण एडिटर ब्यूरो धीरेंद्र रायकवार
हमीरपुर जनपद थाना चिकासी के टोला खंगारन गांव में बीते मंगलवार की रात एक महिला व् उसके दो बच्चों का अपहरण करने वाला बल्लू खंगार एक दुर्दांत अपराधी है । जिस पर लूट, अपहरण, हत्या सहित कई मुक़दमे चल रहे हैं । बीते 6 माह पहले जेल से छूटने के बाद बल्लू खंगार ने लूट व् हत्या को अंजाम दिया । किन्तु स्थानीय पुलिस उसे गिरफ्तार करने में नाकाम रही ।
सिर्फ 36 वर्ष की उम्र में टोला खंगारन गांव निवासी बल्लू खंगार का लम्बा आपराधिक इतिहास बन चुका है। बताया जाता है कि अपराध जगत से उसका बचपन से नाता रहा है। ग्राम प्रधान ने बताया कि बल्लू खंगार के पिता महेन्द्रपाल का पुलिस द्वारा उस समय इनकाउण्टर कर दिया गया था जब बल्लू बहुत छोटा था। उसके दो चाचा भी पुलिस मुठभेड़ में मारे गये बताये जाते हैं। जवानी की देहलीज पर पांव रखते हुए बल्लू ने न सिर्फ अपने गांव बल्कि आसपास के क्षेत्र में भी अपनी खासी दहशत फैला दी थी। दो भाईयों में सबसे बडे़ बल्लू ने अपने छोटे भाई सुरजन खंगार को भी अपने साथ अपराध की दुनियां में शामिल कर लिया। अपने बेटों की हरकतों से तंग आकर उसकी मां परदेश में रह कर मेहनत मजदूरी करते हुए अपना जीवनयापन करती है। बल्लू खंगार का आतंक इस कदर हावी है कि गांव का कोई भी व्यक्ति उसके खिलाफ जुबान खोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। गांव के ही एक युवक को गोली मारने के आरोप में जेल में बंद बल्लू अभी बीते छह माह पहले ही जेल से छूट कर आया था। जिसके बाद इसने अपने भाई सहित कुछ युवकों के साथ मिलकर 13 मार्च को झांसी जनपद के देवरी घाट में खनन कंपनी के आस्थाई कार्यालय में घुस मैनेजर व दो गाडोें को गोली मार कर पन्द्रह लाख रूपये लूट लिये थे। इस घटना में कम्पनी के मैनेजर की गोली लगने से मौत हो गई थी जबकि दोनों गार्ड गम्भीर रूप से घायल हुए थे।