बंगरा (झाँसी)अगर, किसी आकस्मिक काम से रास्ते में रुपये की जरूरत पड़ जाए तो आप आसपास एटीएम तलाशते हैं। एटीएम मिल भी गया तो आपको वहां से रुपये मिल जाएं इसकी कोई गारंटी नहीं। ऐसी दुश्वारी अक्सर झेलनी पड़ती है। कारण कि कहीं एटीएम में रुपये नहीं होते तो कहीं सर्वर फेल रहता है। कई बार तो ऐसा होता है कि कोई एटीएम से पैसे निकलने की उम्मीद से एटीएम केंद्र पर जाता है और पैसा निकलता है पर पैसे नही निकलते और उसके अकाउंट से पैसे कट जाते हैं।यहां-वहां दौड़ लगाने पर निराशा के साथ झल्लाहट के अलावा कुछ हाथ नहीं लगता। थक-हार कर सुविधा के नाम पर जगह-जगह लगी इन मशीनों की उपयोगिता को कोसकर अन्य स्त्रोत से रुपये की व्यवस्था ही विकल्प बचता है। बंगरा में ब्लाक मुख्यालय से कुछ 500 मीटर की दूरी पर पंजाब नेशनल बैंक का एकमात्र एटीएम लगा हैं। इनमें किसी दिन तो कहीं रुपये नहीं होते।यहाँ एटीएम मशीन तो सिर्फ शोपीस बन कर रह गया है। मसलन, ये मशीनें पखवारे भर से रुपये नहीं दे रही हैं। अगर, किसी ने कभी इन एटीएम से सम्बंधित बैंक कर्मी से पूछताछ की तो जवाब मिलता है कि ऐसा हो जाता है ठीक हो जायेगा रुपये डालने वाली एजेंसी को सूचना दे दी गई है। अब कोई आकर रुपये डाले तो बात बने।