कच्ची शराब ना बिकने पाए ! बहुजन समाज पार्टी ! ने दिया ज्ञापन:ayush sahu
झांसी / कच्ची शराब ना बिकने पाए इस पर बहुजन समाज पार्टी ने दिया ज्ञापन l एक और झांसी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आए दिन कच्ची शराब अभियान को नेस्तनाबूत करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं l वहीं दूसरी ओर कच्ची शराब बेचने वाले शराब बेचने के नए-नए पैतरे आजमा रहे हैं l कच्ची शराब बेचने का मुख्य धंधा महिलाओं का है लेकिन इस पर भी लगाम लगाई जा रही है जहां एक और पुलिस प्रशासन अवैध कारोबारियों तथा कच्ची शराब बेचने वालों के प्रति सख्ती का रवैया अपनाये हुए हैं वही प्रेमनगर क्षेत्र में दबंग महिला खुले आम बेच रही कच्ची शराब और इस पर जनपद में वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश हवा-हवाई होेते हुए नजर आ रहे है । जहां एक ओर पुलिस प्रशासन अवैध कारोबारियों तथा कच्ची शराब बेचने वालों के प्रति अभियान छेड़े हुए है तो वहीं जनपद के प्रेमनगर क्षेत्र में एक दबंग महिला खुलेआम धड़ल्ले से अवैध रूप से कच्ची शराब बिकवा रही है । बसपा के प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी को ज्ञापन सौंपते हुए क्षेत्र में बिक रही अवैध कच्ची शराब पर रोक लगाने की मांग की । उन्होंने बताया कि प्रेमनगर थाना क्षेत्र के दलित बाहुल्य क्षेत्र पुरानी पुलिस चौकी के पास तलैया मुहल्ला क्षेत्र में कौशल्या नाम की महिला धड़ल्ले से कच्ची शराब बिकवा रही है । जिससे कि क्षेत्र में अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है । हर समय क्षेत्र में किसी भी प्रकार के झगड़ा व अनहोनी होने की आशंका बनी रहती है। विरोध करने पर उक्त महिला जातिसूचक शब्दांे से अपमानित कर झूठे केस में फंसाने की धमकी भी देती है। समस्त बसपाईयों ने क्षेत्र में बिक रही कच्ची शराब व महिला के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की। इस दौरान सीताराम कुशवाहा, चंद्रभान आदिम, नीरज कुमार, राजकुमार, अवध चौधरी, रूपेश बड़ौनिया, अरविंद कुमार, राकेश कुमार, इंद्रजीत सिंह आदि मौजूद रहे l एक और चुनाव तक तो बहुजन समाज पार्टी बड़े-बड़े दावों के द्वारा आम जनमानस के हित में कार्य करने के लिए संकल्प लेती हुई उस समय नजर आती थी लेकिन जैसे ही चुनाव के परिणाम आने के बाद ऐसा लगता है कि बहुजन समाज पार्टी आम लोगों के लिए उनकी समस्याओं के लिए कभी कबार ही खड़ी नजर आई और काफी दिनों बाद आज विज्ञापन के माध्यम से बहुजन समाज पार्टी के पूर्व प्रत्याशी सीताराम कुशवाहा चंद कुछ लोगों के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पर नजर आए जबकि जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाने की आवश्यकता है l लेकिन यह दुर्भाग्य है की राजनीतिक पार्टियां केवल वोट बैंक के समय नजर आती हैं, उसके बाद चिराग की जिन की तरह गायब हो जाती हैं और इसमें झांसी की सांसद केंद्रीय मंत्री, राजसभा सांसद, विधायक पूर्णता आम आदमी के साथ खड़े हुए नजर नहीं आते l