पुलिस की सांठ-गांठ से हो रहे अपरािधयों के ठाठ, कहीं हो रहे अवैध कब्जे तो कहीं हो रही लूटपाट
झाँसी । उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो जाने के कारण राज्य सरकार को अब तीखे सवालों के दौर से गुजरना पड़ रहा है । राज्य में दिलतों पर बढ़ते अत्याचार, हत्या जैसी जघन्य अपरािधक वारदातों में बेहताशा बढ़ोत्तरी से स्पष्ट है िक कानून व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है ।प्रदेश में शराब, जुआ, सट्टा, बालू खनन, आई. पी.एल. मैच िफक्िसंग खुलेआम पुलिस की देखरेख में चल रहा है । जो भी व्यक्ित इसके िवरुद्ध आवाज उठाता है उसके िवरुद्ध फर्जी मुकदमे लाद िदए जाते हैं । भूमािफया पुलिस से सांठ -गांठ करके अभी भी अवैध कब्जे करने में लगे हुए हैं । चोर,बदमाश पुलिस से तालमेल बैठाकर लूटपाट को खुलेआम अंजाम दे रहे हैं ।आज भी िसपाही थाना चलाते नजर आ रहे हैं । समाजवादी शासन बदल गया है लेिकन आज िसपाही से लेकर डी. आई. जी. तक उन्हीं के शुभिचंतक प्रत्येक िजले में बैठे हुए हैं । उनकी नीचे से लेकर ऊपर तक सांठ-गांठ है जो अपराध समाजवादी शासन में हुआ करते थे वह आज भाजपा के शासनकाल में भी हो रहे हैं । सुलखान िसंह डी. जी. पी.को प्रदेश का भार िदया गया है वह वाकई ईमानदार व्यक्ित लेिकन आज तक भ्रष्ट अिधकािरयों औऱ थानेदारों को न हटाना एक िचंता का िवषय बना हुआ है । चुनाव के पहले भाजपाई कानून व्यवस्था के िखलाफ नारेबाजी कर रहे थे अब वह खुद औऱ उनकी पार्टी के सहयोगी दल के कार्यकर्ता पुलिस द्वारा िकए जा रहे उत्पीड़न से त्रस्त होकर पुलिस अिधकािरयों के दरवाजे खटखटाते औऱ पुलिस व्यवस्था को पटरी पर लाने के िलये नेताओं से गुहार लगाते नजर आ रहे हैं ।
रि. उदय नारायण