*तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 का शुभारम्भ सीएमओ द्वारा किया गया*
*सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू अधिनियम (कोटपा) 2003 एवं इलैक्ट्रोनिक सिगरेट निषेध अधिनियम (पेका) 2019 अनुपालन करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य*
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राष्ट्रीय तम्बाकू नियत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत आमजनमानस में तम्बाकू जनित रोगों के विषय में जागरूकता उत्पन्न करने हेतु तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 का शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० सुधाकर पाण्डेय द्वारा किया गया ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि तम्बाकू का उपभोग रोकी जाने वाली मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है। तम्बाकू उपभोग के कारण प्रतिवर्ष लगभग 13.5 लाख भारतीयों की मृत्यु हो जाती है। उत्तर प्रदेश में लगभग 23 प्रतिशत युवाओं (13 से 15 वर्ष) तथा 35 प्रतिशत वयस्कों द्वारा तम्बाकू उत्पादों को उपभोग किया जा रहा है जो कि चिन्ता का विषय है। तम्बाकू नियंत्रण हेतु सरकार द्वारा सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू अधिनियम (कोटपा) 2003 एवं इलैक्ट्रोनिक सिगरेट निषेध अधिनियम (पेका) 2019 लागू किये गये है जिनका अनुपालन करना और कराना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है।
डॉ० प्रतीक गुबरेले जनपद सलाहकार ने बताया है कि इस अभियान के दौरान जन जागरूकता हेतु प्रचार-प्रसार के साथ शिक्षण संस्थानों को तम्बाकू मुक्त घोषित करते हुये युवाओं में तम्बाकू की बढ़ती हुई लत को रोकने हेतु शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग द्वारा साझा प्रवर्तन अभियान द्वारा शिक्षण संस्थानों के 100 गज में स्थापित तम्बाकू बेचने वाली दुकानों को पहचान कर जुर्माना किया जायेगा तथा भविष्य में तम्बाकू की बिकी नहीं होने दी जायेगी। अभियान के दौरान सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान करने, नाबालिग व्यक्ति के द्वारा तम्बाकू खरीदने बेचने तथा शिक्षण संस्थान के 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पाद बेचने पर 200 रू० तक का जुर्माना किया जायेगा। यदि कोई व्यक्ति तम्बाकू उत्पादों का प्रचार, बिना चित्रमय चेतावनी के तम्बाकू उत्पादों की बिकी, इलेक्ट्रोनिक सिगरेट का निर्माण, भण्डारण अथवा बिकी करता हुआ पाया जाता है तो उस व्यक्ति पर मुकदमा दायर किया जायेगा जिसमें दोषी पाये जाने पर पांच वर्ष तक की सजा अथवा पांच लाख रूपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
कार्यक्रम के दौरान, डॉ० एन के जैन, डॉ० आर एस भदौरिया, डॉ० महेन्द्र कुमार, डॉ० रमाकान्त स्वर्णकार, डॉ० उत्सव राज, श्री पंकज तिवारी, श्री जितेन्द्र रजक इत्यादि उपस्थित रहे तथा संचालन एवं आभार डॉ० रविशंकर नोडल अधिकारी एनसीडी सेल द्वारा किया गया।