अब जनपद में भी डोम-24 मशीन से होगी खाद्य तेल की जाँच :-डीएम
** डोम-24 मशीन महज कुछ मिनट में मौके पर ही तेल की गुणवत्ता चैक कर बता देगी की तेल प्रयोग लायक है अथवा नहीं
** डोम-24 मशीन से बार-बार तेल का प्रयोग करने वाले दुकानदारों पर लगेगा अंकुश, करने वालों पर होगी कार्रवाई
** जिलाधिकारी के निर्देश पर होटल व्यवसाय एवं प्रतिष्ठानों के मालिक उनके सैफ को संगोष्ठी में दी जानकारी
** संगोष्ठी में खाद्य तेलों को 03 बार से अधिक उबारने के बाद खाद्य सामग्री तलने से किया गया मना
** उक्त गोष्ठियाँ एवं जागरूकता कार्यक्रम अन्य होटल प्रतिष्ठानों में भी आयोजित होगा
खाद्य तेल की जांच को लेकर भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने जिले को डोम-24 मशीन दी है। मशीन महज कुछ मिनट में तेल की गुणवत्ता चेक कर बता देगी कि तेल प्रयोग करने लायक है या नहीं। इस मशीन के मिलने से अधिकारियों को जांच में आसानी होगी।
उक्त उद्गार जिलाधिकारी श्री मृदुल चौधरी ने जनपद के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन टीम के सदस्यों के समक्ष व्यक्त किए। उन्होंने कहा की त्योहारों के दृष्टिगत खाद्य तेलों के उपयोग और उसकी गुणवत्ता के लिए मोड-24 मशीन बेहद कारगर सिद्ध होगी। इसके माध्यम से जनपदवासियों को शुद्ध खाद्य तेलों से बनी खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा सकेगी।
आज जिलाधिकारी श्री मृदुल चौधरी के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम द्वारा होटल तुलसी ग्रांड चित्र चौराहा में सहायक आयुक्त खाद्य/अभिहित अधिकारी श्री पवन कुमार ने होटल व्यवसायी एवं प्रतिष्ठानों के मालिक तथा उनके सेफों के साथ एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मानक के अनुसार खाद्य सामग्री बनाने में इस्तेमाल होने वाले तेल को अधिकतम 03 बार ही गर्म किया जा सकता है। 03 बार से ज्यादा गर्म कर प्रयोग में लाने पर खाद्य सामग्री स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है। तेल की जांच को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को एक डोम-24 मशीन मिली है। उन्होंने बताया कि डोम-24 मशीन से बार-बार तेल का प्रयोग करने वाले दुकानदारों पर अंकुश लगेगा।खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने डोम-24 मशीन से मौके पर तेल की जांच भी की और परिणाम दिखाया।
सहायक आयुक्त खाद्य/अभिहित अधिकारी श्री पवन कुमार ने बताया कि डोम-24 एक एटागो (ATAGO) द्वारा बनाया गया फ्राइंग ऑयल मॉनिटर है, जो तलने के तेल की गुणवत्ता को मापता है, खासकर TPM (टोटल पोलर मटेरियल) की मात्रा को, यह सेंसर की मदद से विद्युत क्षमता और तापमान का पता लगाता है, और फिर इन दोनों के सहसंबंध के आधार पर तेल में TPM की गणना करता है, जिससे पता चलता है कि तेल तलने के लिए कितना इस्तेमाल किया जा सकता है।
संगोष्ठी के दौरान उन्होंने मोड-24 मशीन की जानकारी देते हुए बताया कि डोम-24 ऐसी मशीन जिसे चार सौ डिग्री सेल्सियस उबलते हुए तेल में डीप किया जा सकता है, इसमें लगे हुए सेंसर के माध्यम से रीडिंग काउंट की जाती है यदि डोम-24 की रीडिंग 15 से 24 के बीच आती है तो वह तेल खाने योग्य माना जाता है, अगर खाद्य तेल 03 बार से अधिक बार उबाला जा रहा है और ऐसे उबलते हुए तेल में डोम-24 की रीडिंग 24 से ऊपर आनी शुरू हो जाती है तो ऐसा खोलता हुआ तेल खाने योग्य नहीं रह जाता है।
इससे अगर कोई दुकानदार एक ही तेल को कई बार इस्तेमाल कर खाद्य पदार्थ बना रहा है तो पकड़ में आ जाएगा और फिर नियमत: कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
इस अवसर पर श्री विपुल संजय गुप्ता K3 अध्यक्ष होटल एसो0,
श्री अनिरुद्ध बनर्जी -होटल रिजेन्टा प्लेस, श्री अखिलेश त्रिपाठी -झांसी होटल,श्री समित चटर्जी होटल शीला श्री,श्री नरेश तिवारी लेमन ट्री,श्री निकुश मंनचन्दानी- होटल ग्राण्ड तुलसी,श्री शम्भू होटल तुलसी,श्री मोंटी शर्मा होटल श्रीनाथ पैलेस,श्री वीरेन्द्र भदौरिया होटल रिषभ सहित अन्य होटल्स के मैनेजर उपस्थित रहे।
संगोष्ठी में उपस्थित खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री सुधांशु सचान, श्री सुरेश कुमार, श्री महावीर सिंह प्रेमी, श्री अमर बहादुर गुप्ता, श्री सुनील कुमार उपस्थित रहे।