• Sun. Oct 19th, 2025

Jhansi Darshan

No 1 Web Portal in jhansi

*कस्बे के समीपस्थ ग्राम ग्यारई में चल रहे सप्ताह ज्ञान यज्ञ श्रीमद् भागवत कथा मैं आज रुकमणी का विवाह हुआ संपन्न रिपोर्ट दया शंकर साहू नरेंद्र सविता*

*कस्बे के समीपस्थ ग्राम ग्यारई में चल रहे सप्ताह ज्ञान यज्ञ श्रीमद् भागवत कथा मैं आज रुकमणी का विवाह हुआ संपन्न रिपोर्ट दया शंकर साहू नरेंद्र सविता*

 

ग्रामीण एडिटर कृष्ण कुमार

 

झांसी के कस्बा पूछ क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम ग्यारई में चल रहे सप्ताह ज्ञान यज्ञ श्रीमद् भागवत कथा मैं आज कथावाचक साध्वी राधिका शास्त्री द्वारा उपस्थित श्रोताओं को कथा के छठवें दिवस में भगवान कृष्ण एवं रुकमणी जी के विवाह का सुंदर वर्णन करते हुए बताया कि भगवान श्री कृष्ण को जब रुक्मणी का पत्र मिला तो उसमे लिखा था कि उसके घर बाले उसका विवाह कहीं और करना चाहते हैं जबकि वह भगवान श्री कृष्ण से विवाह करना चाहती है क्योंकि विश्व में और कोई भी कृष्ण के जैसा कोई पुरुष नहीं है भगवान कृष्ण के गुरु और उनकी सुंदरता पर मुग्धा होकर रुकमणी ने मन ही मन निश्चय किया मुझसे प्यार है क्यों श्रीकृष्ण को छोड़कर किसी को भी पति के रूप में वरुण नहीं करेगी उधर श्री कृष्ण भगवान को भी इस बात का पता लग चुका था कि रुकमणी परम रूपवती है ही इसके साथ साथ परम सुलक्ष्णा भी है साध्वी ने बताया कि भीष्मक का बड़ा पुत्र रुक्नि भगवान श्री कृष्ण से शत्रुता रखता था वह अपनी बहन रुक्मणि का विबाह शिशुपाल से करना चाहता था। राजपूत समाज के तत्वाधान में हो रहे भागवत कथा में भारी संख्या में मौजूद रहे।

Jhansidarshan.in