उरई। बीते एक सप्ताह पहले सोशल मीडिया पर एक अश्लील वीडियो वायरल हुआ था जो कि इस समय जनपद में चर्चाओं का विषय बना हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि उक्त वीडियो खाकी के एक जिम्मेदार का है। फिलहाल मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आते ही हडक़ंप मच गया। सूत्रों की मानें तो उक्त प्रकरण को लेकर मामले की जांच जनपद के एक उपाधीक्षक को सौंपी गई थी लेकिन उक्त खाकीधारी उपाधीक्षक का
खास माना जाता है। इसको लेकर जब उपाधीक्षक से इस मामले पर बात की गई थी तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
बीते काफी समय से जनपद में तैनात खाकी का एक जिम्मेदार जिसकी सरपरस्ती में अवैध बालू खनन से लेकर पुलिस की पिटाई से लेकर थाने में ही कई बार मारपीट की घटनाएं घट चुकी हैं। हालात तो यहां तक है कि उक्त क्षेत्र में चोरी, हत्याएं आम बात हो गई हैं। इसके बाद भी उच्चाधिकारियों का आशीर्वाद तीन स्टार वाले
खाकी के जिम्मेदार पर बना हुआ है। हाल ही में बीते सप्ताह एक अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जो तहलका मचाए हुए है। इसका कारण भी है कि उक्त वीडियो संभवता इन्हीं महाशय का है। हालांकि वीडियो में उक्त महाशय का चेहरा नहीं दिख रहा है लेकिन वीडियो में जो आवाज है वह इन्हीं की है और शरीर के कुछ पार्ट भी इन्हीं जिम्मेदार से मेल खा रहे हैं। वीडियो जब पूरे शबाब पर आया और सोशल मीडिया पर जब जमकर आदान प्रदान हुआ तो हडक़ंप मच गया। मामला खाकी से जुड़ा होने के चलते खाकी के जिम्मेदारों के भी पैरों तले जमीन खिसक गई और इस पूरे मामले की सत्यता परखने के लिए जांच की बात आलाधिकारियों ने कही और पूरे मामले की जांच एक पुलिस उपाधीक्षक को सौंपी गई। उक्त अश्लील वीडियो प्रकरण को लेकर लोगों में तरह तरह की बातों का बाजार गर्म है जिस प्रकार से सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। उसके बाद अब देखना यह है कि अश्लीलता से जुड़ा हुए इस वीडियो का सच क्या है। हालांकि यह तो जांच के बाद ही सामने आ पाएगा।
क्या वाकई जांच में खुल पाएगा राज
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मामाला भले ही पुलिस के उच्चाधिकारियों ने संज्ञान में ले लिया हो और उसकी जांच भी एक पुलिस उपाधीक्षक को सौंप दी गई हो लेकिन अगर लोगों में क्या जनपद के पुलिस महकमे तक में हो रही चर्चाओं पर गौर करें तो जिन पुलिस उपाधीक्षक को इसकी जांच सौंपी गई है उन
उपाधीक्षक का वीडियो में दिख रहा संभावित खाकीधारी खास माना जाता है। बताया तो यहां तक जाता है कि जब उक्त उपाधीक्षक से इस विषय में बात की गई तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया जिसके बाद अब यह चर्चाएं जोरों पर हैं कि अगर जांच हो भी गई तो क्या वाकई वीडियो का सच सामने आएगा।
गत 22 जुलाई का माना जा रहा वीडियो
सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ है वह गत 22 जुलाई का माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो जिस खाकीधारी का यह वीडियो माना जा रहा है उनकी अगर
लोकेशन निकाली जाए तो वह उक्त तारीख को झांसी में होना बताया जा रहा है। चर्चा तो यह भी है कि उक्त महाशय ने खुद ही अपनी करतूत का यह वीडियो शूट किया और गलती से उन्हीं से यह किसी ग्रुप में सेंड हो गया जो फिर थमा नहीं और फिर जो हुआ वह सबके सामने है।
झांसी से लेकर आगरा तक है चर्चा का विषय
उक्त खाकीधारी झांसी जनपद में भी तैनात रहा है। वीडियो वायरल होते ही झांसी जनपद में भी तहलका मच गया तो वहीं सूत्रों की मानें तो आगरा के अखबार में उक्त चर्चित वायरल वीडियो की खबर भी प्रकाशित हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो महिला भी झांसी जनपद की बताई जा रही है।
रविकान्त द्विवेदी, जालौन
DESK EDITOR- Ayush Sahu