जालौन (कोंच)। वाह-री प्रधानमंत्री आवास योजना, आखिर इस योजना का लाभ किसको मिलेगा ? यह यक्ष प्रश्न कोंच विकास खण्ड के ग्राम लौना के ग्रामीणों के मन में खूब कौंद रहा है। यहॉ पर रहने वाले कई लोग ऐसे हैं जिनके मकान बीस बीस साल से कच्चे बने हुये हैं, आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है और जमीन के नाम पर किसी के पास एक एक वीघा तो किसी के पास मात्र दो वीघा जमीन है। जब ऐसे आर्थिक स्थिति से कमजोर लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना का नाम सुना था तो इन्हें लगा था कि इन्हें भी प्रधानमंत्री आवास जरूर मिलेगा और उनके पास भी पक्की छत होगी लेकिन यहॉ पर आज स्थिति यह है कि ग्राम लौना के लोग आज भी कच्चे मकानों में पॉलीथिन डालकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। लौना में न ही सचिव और न ही प्रधान ऐसे गरीब लोगों पर क्यों मेहरवान नहीं है यह भी एक बड़ा प्रश्न है। हालांकि कई ग्रामीणों ने बताया कि ऐसा नहीं प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ इस गॉव में न मिला हो लेकिन वह उन्हीं को मिला जो प्रधान जी के खास थे और सचिव से अच्छे सम्बन्ध थे। अब फिलहाल हम ये तो नहीं बता सकते कि किस किस को लाभ प्रधानमंत्री आवास योजना का मिला है लेकिन वास्तव में जो बहुत ही गरीब हैं, 20-20 वर्षों से कच्चे मकान में रह रहे हैं, खेती विल्कुल ही नाम मात्र की है आखिर उन लोगों का क्या कसूर है कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। ग्रामीणों ने भाजपा सांसद भानुप्रताप सिंह वर्मा व विधायक मूलचन्द्र निरंजन से मॉग की है कि वह इस गॉव में प्रधानमंत्री आवास योजना की जानकारी करवाकर ऐसे गरीबों को लाभ दिलवायें जो कई वर्षों से कच्चे मकान में रह रहे हैं और साथ ही साथ यह भी जानकारी करवायें कि आखिरकार जो पात्र है उन्हें इस योजना का लाभ आखिर क्यों नहीं दिया गया, जिसके तहत प्रधान और सचिव पर भी कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान सुनते नहीं हैं और ग्राम पंचायत सचिव कभी कभार ही आते हैं और एकाद व्यक्ति के घर पर बैठकर अपना काम करके चले जाते हैं, जनता के सुख-दु:ख से उन्हें कोई लेना देना नहीं है।