मोंठ/झाँसी – बीते लगभग तीन माह पहले ग्राम कुम्हरार में दो स्कूली बच्चों को विद्यालय की छत पर हाईटेंशन विद्युत लाईन से करण्ट लग गया था, जिसमें से राजा बाबू बुरी तरह विधुत् करंट से झुलस गया था जबकि दस वर्षीय बच्चे विकास की मौत हो गयी थी। जिसकी जाॅच करने गये प्रशासन की टीम ने मृतक बच्चे के परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाये जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक लगभग तीन माह बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक परिजनों को सहायता नहीं दी गयी। परेशान मृतक की मां बबीता वंशकार ने आज दिन गुरूवार को मोंठ कस्बा में स्थित विद्युत विभाग के अधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों से भेंट करते हुये बताया कि वह करीब पांच वर्ष से अपने मायके ग्राम कुम्हरार में रह रही है। यही पर बच्चों को मेहनत मजदूरी करके पढ़ा रही थी। मृतक बच्चे की माँ का कहना है कि उस समय जाॅच करने गये प्रशासनिक अधिकारियों ने मुआवजा दिलाये जाने का भरोसा दिलाया था। वह तीन महीने से कई कार्यालय के लगातार चक्कर काट रहीं लेकिन कोई भी उसकी सुनने वाला नहीं। घटना के संबंध बताया गया है कि 6 जुलाई 2017 को उसका दस वर्षीय पुत्र विकास गांव के परिषदीय विद्यालय की छत पर खेल रहा था। छत के ऊपर से बिजली की हाईटेंशन लाईन निकली हुयी थी, जिसकी चपेट में विकास आ गया था और उसकी मौके पर ही मौत हो गयी थी। विद्युत करण्ट से हुयी मौत की सूचना पर स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन, विद्युत विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा दिलाये जाने का भरोसा दिलाया था। अधिकारियों के भरोसे के बाद मृतक विकास का परिवार आये दिन अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। कभी तहसील, कभी विद्युत विभाग, कभी थाने बबीता परेशान हो रही है। तीन माह के बाद भी सिर्फ आश्वासन दिये जा रहे है। बबीता का कहना है कि अगर उसे मुआवजा नहीं दिया गया। अधिकारियों की चौखट पर आंदोलन करेगी और उसके बावजूद अगर उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उसे मजबूर होकर आत्मदाह जैसा कदम उठाने से भी नहीं हटेगी ।
रिपोर्ट
धीरेन्द्र रायकवार मोंठ