डॉ० संदीप के मुख्य आतिथ्य में बलदाऊ मंदिर पर 100वां मटकी फोड़ कार्यक्रम होगा आयोजित
झाँसी। भगवान श्रीकृष्ण बचपन में अपने साथियों के साथ दही और मक्खन चुराकर खाते थे। इसी नटखट लीला को याद करते हुए हम जन्माष्टमी पर दही-हांडी का आयोजन किया जाता है। ऊँचाई पर मटकी बाँधी जाती है और टीमें मिलकर मानव पिरामिड बनाती हैं। सबसे ऊपर चढ़ा गोविंदा मटकी फोड़ता है और यह क्षण पूरे समाज में आनंद और उत्साह का वातावरण बना देता है। यह कार्यक्रम हमें सिखाता है कि सफलता पाना आसान नहीं है, इसके लिए टीमवर्क, साहस और धैर्य जरूरी है। झाँसी के सदर बाजार स्थित बलदाऊ मंदिर पर प्रतिवर्ष इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है इस वर्ष यह कार्यक्रम इसीलिए बेहद खास है क्योंकि यह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का 100वां आयोजन है। यह मंदिर बुंदेलखंड में श्री कृष्ण के भाई बलराम का इकलौता मंदिर है जो लगभग 150 वर्ष पुराना है। इस संबंध में बलदाऊ मंदिर समिति एवं मुख्य अतिथि डॉ० संदीप सरावगी द्वारा संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें जानकारी देते हुए बताया गया दिनांक 19 अगस्त को शाम 6:00 बजे मेले का शुभारंभ किया जाएगा तत्पश्चात 7:00 बजे मंदिर में आरती संपन्न होगी। इसके पश्चात 7:30 बजे मटकी का पूजन किया जाएगा तत्पश्चात मुख्य अतिथि डॉक्टर संदीप सरावगी द्वारा फीता काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। पिछले कई वर्षों से इस आयोजन में मटकी पूजन का कार्य मंदिर के पुरोहित हृदेश शुक्ला द्वारा किया जाता रहा है लेकिन इस वर्ष इस कार्यक्रम का संचालन उनके पुत्र ऋषभ शुक्ला द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम में विभिन्न टीमें हिस्सा लेकर मटकी फोड़ प्रतियोगिता में अपनी सहभागिता दर्ज करेंगी विजयी घोषित टीम को मुख्य अतिथि द्वारा पुरूस्कृत भी किया जाएगा। प्रेसवार्ता में मुख्य रूप से समिति अध्यक्ष हृदेश शुक्ला, धीरज अग्रवाल, सचिन शर्मा, मोहित साहू, विश्वास साहू आदर्श यादव, कृष्ण त्रिपाठी, निखिल साहू, ऋषभ शुक्ला आदि सम्मिलित रहे।