झाँसी मंडल ने ऑटोमैटिक ब्लॉक सिग्नलिंग (ABS) प्रणाली के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। अब मंडल में बिजरौठा (BJA) से सिथौली (STLI) तक लगभग 165 किलोमीटर लंबा खंड लगातार ABS प्रणाली से युक्त हो गया है, जिससे पूरे खंड में रेल संचालन अधिक दक्ष, सुरक्षित और समयबद्ध हो गया है।
मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा के कुशल मार्गदर्शन तथा अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) श्री नन्दीश शुक्ल, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रास्ट्रक्चर) श्री पी.पी. शर्मा, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक श्री जे. संजय कुमार, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार अभियंता (Co) श्री नरेंद्र सिंह के सक्रिय सहयोग से इस नई तकनीक से अब ट्रेनें एक-दूसरे के पीछे कम दूरी पर भी सुरक्षित रूप से चलाई जा सकेंगी, जिससे खंड की लाइन क्षमता बढ़ेगी और ट्रेनों की पंक्चुअलिटी में सुधार होगा। साथ ही इस तकनीक से ट्रेन संचालन के दौरान मानवीय त्रुटियों की संभावना कम हो जाएगी, जिससे यात्रियों की सुरक्षा और अधिक सुनिश्चित हो सकेगी।
इस परियोजना के तहत कुल दो ब्लॉक सेक्शन एक ही दिन में चालू किए गए, जो कठिन भू-भाग में एक बड़ी उपलब्धि है। तीन प्रमुख स्टेशनों (आंतरी, संदलपुर, सिथौली) पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली को उन्नत किया गया, जिससे सिग्नल संचालन और अधिक सटीक एवं तेज़ हुआ है। इस खंड में 94 अत्याधुनिक ट्रैक डिटेक्शन उपकरण (MSDAC) लगाए गए हैं, जो ट्रेन की स्थिति का सटीक पता लगाते हैं और सिग्नलिंग को और अधिक भरोसेमंद बनाते हैं।
इसके अतिरिक्त सात सिग्नलों को अपग्रेड करके अब उन्हें चार पहलू वाला बनाया गया है, जिससे लोको पायलट को दूर से ही स्पष्ट संकेत मिलते हैं और ट्रेन की गति व नियंत्रण में सुधार होता है। इसके अलावा, इस खंड में स्थित समपार फाटक संख्या 409 को भी ABS (ऑटोमैटिक ब्लॉक सिग्नल) प्रणाली के अनुरूप संशोधित किया गया है, जिससे फाटक पार करने वाले राहगीरों और सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और बेहतर हो गई है।
झाँसी मंडल द्वारा की गई यह पहल न केवल रेल संरक्षा को सशक्त करती है बल्कि यात्रियों को अधिक समयबद्ध, सुरक्षित और विश्वसनीय यात्रा अनुभव प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
आज, दिनांक 08 अगस्त 2025 स्वतंत्रता दिवस की 78वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भारतीय रेल द्वारा दिनांक 01 अगस्त से 15 अगस्त 2025 तक विशेष स्वच्छता अभियान-2025 का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में मंडल रेल चिकित्सालय, झाँसी में आज स्वच्छता कर्मियों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर का उद्घाटन प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. महेन्द्र सिंह यादव के मार्गदर्शन में किया गया। इस शिविर में कुल 52 स्वच्छता कर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिसमें रक्तचाप, रक्त परीक्षण, लिवर फंक्शन, ईसीजी आदि की जांच कर उन्हें उचित सलाह दी गई।
इस अवसर पर डॉ. महेन्द्र सिंह यादव ने कर्मचारियों को स्वस्थ रहने के लिए दैनिक जीवन में अपनाई जाने वाली आदतों को बदलने एवं संतुलित जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया।
शिविर में डॉ. प्रणय, डॉ. गुना निधि सहित अन्य चिकित्साधिकारी, चीफ मेट्रन एच.एम. क्रोजर, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक एस.डी. मंसूरी, मुख्य नर्सिंग अधीक्षक जगमोहन सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में सहायक नर्सिंग अधिकारी श्रीमती सुनीता अहमद द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।
मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिंह के कुशल मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री अमन वर्मा के नेतृत्व में आज दिनांक 08 अगस्त 2025 को उत्तर मध्य रेलवे झाँसी मंडल के चित्रकूट धाम कर्वी स्टेशन पर सघन टिकट जांच अभियान चलाया गया।
इस टिकट जांच अभियान के दौरान बिना टिकट एवं अनियमित रूप से यात्रा कर रहे यात्रियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। कुल 71 मामलों में अनियमित यात्रियों को पकड़ा गया, जिनसे ₹32,260 की राजस्व वसूली की गई।
इस जांच अभियान में वाणिज्य विभाग के अनिल कुमार सिकरवार, पीयूष मिश्रा, आर. के. दुबे, निखिल सिंह सहित कुल 9 सदस्यीय जांच दल सक्रिय रूप से शामिल रहा। टीम ने प्लेटफॉर्म व ट्रेनों में जांच करते हुए यात्रियों को जागरूक भी किया कि वे हमेशा सही टिकट के साथ यात्रा करें।
रेल प्रशासन यात्रियों से अपील करता है कि वे बिना टिकट यात्रा न करें एवं समय रहते उचित टिकट लेकर ही यात्रा करें, अन्यथा अनियमित यात्रा करने पर रेलवे अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाती रहेगी।
सड़क उपयोगकर्ताओं एवं गेटमैन की सुरक्षा व सुविधा को लेकर एक अहम कदम
झाँसी। मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में झाँसी मंडल ने संरक्षा और सतत ऊर्जा उपयोग की दिशा में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की है। मंडल के सभी 263 समपार फाटकों पर अब शत-प्रतिशत विद्युतिकरण (100% Electrification) कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
इस महत्त्वपूर्ण पहल से न केवल रात्रिकालीन दृश्यता बढ़ी है, बल्कि सड़क उपयोगकर्ताओं एवं गेटमैन – जो इन फाटकों पर ड्यूटी पर तैनात रहते हैं – को भी कार्य करने में अब बेहतर सुविधा एवं सुरक्षा प्राप्त हो रही है।
समपार फाटक पर उचित प्रकाश की उपलब्धता से गेटमैन द्वारा ट्रेन संचालन के समय फाटक खोलने/बंद करने, सिग्नलिंग फ्लैग का प्रयोग एवं अन्य प्रक्रियाएं अधिक सटीक व सुरक्षित रूप से संपन्न हो रही हैं।
गेट परिसर में पर्याप्त रोशनी रहने से रात्रि ड्यूटी के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा अथवा खतरे की संभावना भी न्यूनतम हो गई है।
यह पहल, गेटमैन के कार्य-परिस्थितियों को मानव-केंद्रित और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव को दर्शाती है।
विद्युतिकरण की स्थिति इस प्रकार है:
* 84 समपार फाटक – सौर ऊर्जा (Solar Power)
* 45 फाटक – स्टेट इलेक्ट्रिक बोर्ड (SEB)
* 23 फाटक – रेलवे की AT सप्लाई (Auxiliary Transformer)
* 04 फाटक -स्टेट इलेक्ट्रिक बोर्ड (SEB) +AT
* 79 फाटक – सोलर + SEB संयुक्त व्यवस्था
* 14 फाटक – सोलर + AT सप्लाई
* 14 फाटक – सोलर + SEB + AT सप्लाई (त्रिस्तरीय व्यवस्था)
मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा ने कहा:
रेल संरक्षा केवल यात्रियों के लिए ही नहीं, बल्कि हमारे फ्रंटलाइन स्टाफ जैसे गेटमैन की सुविधा और सुरक्षा के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। समपार फाटकों पर प्रकाश व्यवस्था की यह परियोजना, झाँसी मंडल की इसी सोच और समर्पण का प्रमाण है।”
झाँसी मंडल सतत विकास, संरक्षा और कर्मचारी कल्याण की दिशा में निरंतर प्रगति कर रहा है।