झाँसी में होगा साहित्य, संगीत और कला का अनोखा संगम “त्रिवेणी” कार्यक्रम राजकीय संग्रहालय में 12 अप्रैल को
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झाँसी। बुंदेलखंड साहित्य कला अकादमी, झाँसी एवं राजकीय संग्रहालय, झाँसी के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय कार्यक्रम “साहित्य, संगीत, कला की त्रिवेणी” का आयोजन दिनांक 12 अप्रैल 2025 को प्रातः 11:30 बजे से राजकीय संग्रहालय, झाँसी में किया जाएगा।
इस बहुप्रतीक्षित आयोजन का उद्देश्य बुंदेलखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को मंच प्रदान करना है, जिसमें साहित्य, संगीत और लोक कला की त्रिवेणी एक साथ देखने को मिलेगी। यह आयोजन झाँसी ही नहीं, समूचे बुंदेलखंड की कला-संस्कृति के संवर्धन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
कार्यक्रम की प्रमुख झलकियाँ:
साहित्य सत्र –मुख्य अतिथि: रवींद्र सिंह, साहित्यकार एवं मैनिजिंग डायरेक्टर, एस.बी.सी. बैंक, मुंबई
अन्य विशिष्ट अतिथि:
• डॉ. मनोज गौतम (राजकीय संग्रहालय, झाँसी)
• अमिता शुक्ला, वरिष्ठ कवि, बरेली
• पूर्णिमा ढिल्लन, वरिष्ठ साहित्यकार, नाशिक
• कनक लता, वरिष्ठ साहित्यकार, कानपुर
• मयंक रावल, साहित्यकार वास्तुकार गुजरात
संगीत सत्र –मुख्य अतिथि: प्रो. पंकज किशोर वीरवाल (उदयपुर), विशिष्ट अतिथि: शशि चंद्रा (पूर्व जिला न्यायाधीश, भोपाल), आशा हलधर (दिल्ली)
कला सत्र में विशेष आकर्षण: त्रिदिवसीय “चितेरी” लोक चित्रकला प्रदर्शनी जिसमें वरिष्ठ कलाकार जगदीश लाल एवं प्रवीण सिंह बुंदेला के प्रशिक्षण मे आयोजित चित्रकला कार्यशाला मे भारतीय योग संस्थान की महिलाओं द्वारा निर्मित चित्रों की प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी।
मुख्य अतिथि: डॉ. सुनीता (बुंदेलखंड विश्वविद्यालय)
अन्य विशिष्ट अतिथि: सुमित्रा सिंह (मुंबई), जया वीरवाल (उदयपुर), डॉ. अजय कुमार गुप्ता (ललित कला संस्थान, बुंदेलखंड विश्व विद्यालय, झाँसी),
बुंदेलखंड साहित्य कला अकादमी की अध्यक्ष कुंती हरीराम, कोषाध्यक्ष अलख साहू, एवं सचिव एस पी सिंह सत्यार्थी का विशेष आग्रह है कि आप सभी कला, संगीत और साहित्य की त्रयी स्वरूप इस कार्यक्रम मे सादर आमंत्रित हैं! कार्यक्रम की सफलता हेतु आप सभी की उपस्थिति प्रार्थनीय है