आस्था के सैलाब के साथ सेवा का सैलाब दिखा प्राचीन मेले में श्रद्धा में डूबे भक्त भूले दर्द को
पूंछ कस्बा एरच क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम डिकौली में आज पूर्णिमा के अवसर पर पर्वत वासनी शीतला माता एवं मनक्याऊ माता का वार्षिक मेले का आयोजन हुआ तीन दिवसीय यह मेला आस्था से भरा हुआ देखा जाता है दूर दूर से लोग अपनी मन्नतों को पूरा होने के बाद नो दिन माता के स्वरूप में जवारे की सेवा अर्चना कर आज पूर्णिमा के दिन माता को समर्पित करते है वही माता की भेट के लिए जाते श्रद्धालु पूरी तरह से श्रद्धा में सराबोर होते है जो कि बड़े भालों को अपने मुंह से होते हुए गाल को छेद कर चलते हैं यह दृश्य काफी हतप्रभ करने वाला होता है बताते चले कि प्राचीन स्थान को हिरण्याक्ष एवं उनके पुत्र भक्त प्रहलाद से जोड़कर चलते हैं अपने में कई ऐतिहासिक साक्ष्यों को समेटे माता का मंदिर एवं पर्वत पर दर्शनों के लिए मेले के एक दिन पूर्व ही भक्तों का तांता लगा रहता है वही स्थानीय एवं क्षेत्रीय स्वयं सेवक मेले में श्रद्धालुओं को आने जाने सहित पीने के पानी की समुचित व्यवस्था करते है वही मेला प्रांगड़ में कई समूहों के द्वारा लंगर की व्यवस्था भी की जाती हैं वही कई लोग शरबत एवं पीने के पानी के लिए लोगों ने अपने स्टॉल लगाए वही कस्बा पूंछ के युवा कमेटी के द्वारा विशाल लंगर का आयोजन किया गया जिसमें लंगर के आयोजकों ने बताया कि आदि शक्ति मां छिन्नमस्ता के स्थान पर लगने वाला मेला प्राचीन है हे साथ ही उनकी टीम के द्वारा प्रति वर्ष अलग अलग स्थानों पर की भंडारे आयोजित किए जाते है जिसका उद्देश्य सिर्फ सेवा है माता के मेले में आज हजारों की भीड़ मौजूद रही। वही मेले में पहुंचे सांसद जालौन गरौठा भोगनीपुर नारायण दास एवं जिला अध्यक्ष समाज वादी पार्टी बृजेन्द्र सिंह भोजला के द्वारा लोगों को लंगर वितरित किया गया।