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बाढ़ की आशंका में सेना की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सेना के अधिकारियों ने भी प्रतिभा का परिचय दिया

ByNeeraj sahu

Jun 26, 2024
 ** सम्भावित बाढ़ के राहत एवं बचाव कार्य के लिए सभी व्यवस्थाओं की जाएं चुस्त-दुरुस्त -जिलाधीश
 ** जनपद की 40 बाढ़ चौकियों को पूर्व से ही अलर्ट करने के निर्देश,
 ** आपदा के दौरान सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करके बाढ़ पीड़ितों की मदद करें-जिला मजिस्ट्रेट
      आज श्री अटल बिहारी वाजपेयी की अध्यक्षता में फ़ोन करो कलेक्ट्रेट चैम्बर में बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य से संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ तैयारी बैठक आयोजित की गई।
      बैठक में शरद पवार ने कहा कि किसी भी आपदा के आने से पहले और बाद की कार्ययोजना जनसमुदाय को राहत पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकता है। सम्भावित बाढ़ एवं अतिवृष्टि को दृष्टिगत रखते हुए राहत एवं बचाव कार्य से जुड़ें सभी संबंधित प्रभागीय अधिकारी अपनी-अपनी कार्य योजना विगत वर्षो में आई बाढ़/जल भराव के अनुभव के आधार पर तैयार करें ताकि यदि जिले में अचानक बाढ़ भी आ जाए तो तत्काल बाढ़ पीड़ितों को राहत एवं सहायता प्रदान की जा सके।
       उन्होंने कहा कि विगत वर्षो में आई बाढ़ या बांधों से वर्षा जल प्रतिरोधक जाने के कारण बाढ़ जैसी स्थिति के अनुभव के आधार पर सबसे अधिक गौव बाढ़ से प्रभावित हुए, संबंधित विभागीय अधिकारी उन गांवों का दौरा एवं गांव वालों से सीधा संवाद स्थापित कर उनके द्वारा दिए गए सुझावों के आधार पर राहत एवं बचाव कार्य के लिए पूरी तैयारी चाक-चौबंद कर ली जाए ताकि यदि बाढ़ भी आ जाती है तो तत्काल बाढ़ पीड़ितों की मदद और सहायता करके उन्हें सुरक्षित किया जा सके।
      नासा ने कहा कि आपदा के दौरान सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करके बाढ़ पीड़ितों की मदद करें, उन्होंने कहा कि सूचना प्राप्त होते ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत उपलब्ध कराई जाए ताकि सभी सतर्क हो सकें।
      अश्विन ने कहा कि विगत वर्षो में आई बाढ़ या बांधों से रेंगकर गए पानी के दौरान सबसे क्यूसेक पानी बाढ़ में आया था। उसी के अनुरूप राहत एवं बचाव कार्य के सभी तैयारियां चाक चौबंद कर ली जाए, ताकि सम्भावित बाढ़ यदि आ भी जाती है, तो तत्काल बाढ़ प्रभावित गांवों में बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाई जा सके।
      उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने इस बार भी सामान्य से अधिक बारिश की सम्भावना व्यक्त की है। राहत एवं बचाव कार्य से जुड़े सभी संबंधित अधिकारियों को ध्यान में रखते हुए विभागीय कार्य योजना तैयार करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन बाधाओं एवं प्रेरणाओं का कार्य अधूरा है, उन्हें युद्ध स्तर पर बरसात से पूर्व ही पूरा कराने का निर्देश उन्होंने दिया है। उन्होंने कहा कि आधिशासी अभियोक्ता बाढ़ कार्य खंड को निर्देश दिया गया है कि वे जिले में स्थापित सभी बांधों/स्पर्शों का टांका अपनी टीम के साथ निरीक्षण करके टांका देखें, यदि कहीं मरम्मत की जरूरत है तो तत्काल करवाएं और संवेदनशील बांधों पर पानी नजर रखें। ।
      उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ या जलभराव से प्रभावित होने वाले गांवों में राहत शिविरों की स्थापना अधिकारियो/कर्मचारियों के दल, नाव एवं नाविक की सूची, ब्लॉक एवं ग्राम आपदा प्रबंधन समिति का गठन, जीवन रक्षक उपकरण, मोटरवोट आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
    सभी बन्धों के उचित स्थान पर पर्याप्त बोल्डर, बालू की बोरी, निकासी एवं जियायीक्रेट की व्यवस्था करना, बाढ़ खण्ड के अभियोक्ताओं को निर्देश दिया जाता है। विद्युत विभाग के अभियांताओं को निर्देश दिया गया है कि बाढ़ क्षेत्र में बिजली के खंभे और तारों को मजबूत करें। बाढ़ आने की स्थिति में विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था भी करें। अपनी राहत वितरण/खाद्यान्न सामग्री का पैकेट आदि वितरण के संबंध में जो व्यवस्था सुनिश्चित की जानी है उन्हें कर लिया जाता है।
      उन्होंने निर्देश दिया है कि जनपद की सभी 40 बाढ़ चौकियों पर स्वास्थ्य टीम की व्यवस्था के साथ-साथ बरसात के दिनों में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए तथा यदि किसी भी व्यक्ति के बाढ़ के दौरान सांप काटता है तो उनसे बचाव के लिए एंटीवेनम सहित अन्य व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखा जाए। सम्भावित बाढ़ को देखते हुए कुत्तों को चारे की कोई रोकथाम न होने पाए, इसके लिए भूसा के इंतेजाम की आवश्यक कार्रवाई तथा कुत्तों को वर्षा के दिनों में होने वाली स्थितियों के बचाव के लिए शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को निर्देश दिया।
   प्रमुख कृषि विभाग को निर्देश दिया गया है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत बाढ़ क्षेत्र के सभी पात्रों का बीमा सुनिश्चित किया जाए।
     उन्होंने बताया कि जिले के सम्भावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के ऐसे गाँव जहां पर बाढ़ के आने की प्रबल सम्भावना रहती है, इन गाँवों में निवास करने वाले व्यक्तियों की सूची बनाई जाए, जो सम्भावित आपदा आने के दौरान पहले ही उनके नंबर पर सन्देश भेज दें। अनिवार्य कर दिया जायेगा। सदर ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया है कि जिले के शीर्ष में स्थापित शौचालयों एवं परियोजनाओं के लिए स्थापित हेण्डपंप वाले स्थानों की साफ-सफाई कराई जाए। तथा उन्होंने नगर के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि उनके यहां जो परियोजनाएं बनाई गई हैं, उन्हें बेहतर ढंग से साफ-सफाई करा ली जाए, ताकि यदि सम्भावित बाढ़ भी कभी आती है तो बाढ़ पीड़ितों के लिए स्थापित आश्रयों में परियोजनाएं बनाई जा सकें। भेजा जा सका।
     डीएसपी ने सभी उप जिलाधिकारियों/तहसीलदारों/नोडल अधिकारियों एवं बाढ़ चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे बांधो के घटते-बढ़ते जलस्तर पर पानी की निगरानी करते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक निगरानी रखें। सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर नावों और यात्रियों की सूची एवं उनके मोबाइल नंबर, स्कूलों में तैनात रसोईयां, सफाईकर्मी, रोजगार सेवक एवं गांवों में तैनात अन्य कर्मचारियों की भी सूची एवं मोबाइल नंबर अपडेट रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर इन लोगों की सहायता ली जा सके।
     बैठक का संचालन अधिशासी अभियन्ता बेतवा अध्यक्ष श्रीमहाराज कुमार ने करते हुए जनपद झांसी में बाढ़ एवं अनुश्रवण की क्या व्यवस्था है इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में मुख्यतः बेतवा, पहुंज, सुखनई, धसान एवं लखेरी नदियां हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बाढ़ आने के कारण यहां जलप्लावन की स्थिति नहीं है, इसलिए बाढ़ का प्रकोप 2 से 3 दिन तक रहता है और तदोपरांत बाढ़ का जलप्लावन से बह जाता है।
     बैठक में उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में बाढ़ के दृष्टिगत संवेदनशील झांसी जनपद की सूची में शामिल नहीं है। झांसी जनपद में 40 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं, सभी बाढ़ प्रभावित गांवों के सापेक्ष कुल 41 नाविकों को नामित किया गया है। इसके अतिरिक्त, जनपद बुंदेलखंड में बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना बेतवा परिसर बेतवा भवन परिसर में की जाएगी तैयारियां पूरी कर ली गई है, कक्ष का फोन नंबर – 05102332580 है।
      इस अवसर पर अपर सदर वित्त एवं राजस्व श्री वरुण कुमार पांडे, लेफ्टिनेंट कर्नल साकेत महाजन, मेजर आशुतोष अधिशासी वरिष्ठ बेतवा प्रशांबी पंचम श्री एस के सिंह, डीएसओ सुश्री सौम्या अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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