नगर में निकली श्री जी की भव्य शोभायात्रा,राजस्थान से बनकर आये रजतमयी रथ…..
राजस्थान से बनकर आये रजतमयी रथ पर सवार होकर निकले भगवानबी l
नगरवासियों ने उतारी आरती, दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया l
झांसी। जैन अतिशय तीर्थ क्षेत्र करगुवांजी में चल रहे 1008 अर्हच्चक्र महामण्डल विधान एवं विश्व शांति यज्ञ के समापन पर आज नगर में श्री जी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। राजस्थान से बनकर आये रजतमयी रथ पर विराजमान भगवान की नगर के श्रद्धालुओं ने आरती उतारी एवं पूजन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। शोभायात्रा का स्थान -स्थान पर स्वागत किया गया। शोभयात्रा गांधी रोड स्थित पंचायती बडामंदिर से प्रारम्भ होकर तिलयानी बजरिया, सुभाषगंज, रानीमहल, कोतवाली, जवाहर चैक, सर्राफा बाजार से बडा बाजार होते हुये वापस गांधी रोड स्थित बडामंदिर पर विसर्जित हुई।
शोभयात्रा का गांधी रोड स्थित पंचायती बडामंदिर से प्रारम्भ हुई जहां से भगवान को रथ में विराजमान कराया गया। रथ के चारों ओर स्वधर्म इन्द्र, कुबेर, एवं चक्रवर्ती सम्राट भी सवार होकर चल रहे थे। जिन्हें विधान में बैठने का सौभाग्य मिला वे आगे-आगे बग्गी में स्वधर्म इन्द्र, इन्द्राणी सवार थे। बैंडबाजों की धार्मिक धुन पर थिरकते हुये पैदल जैन समाज के सैंकडों श्रद्धालु महिला, पुरूष एवं बच्चे धर्म प्रभावना करते हुये चल रहे थे तो घोंडों पर सवार वीर बालक धर्म ध्वजा लहराते हुये धर्म प्रभावना करते निकले।
इससे पूर्व महामण्डल विधान के अंतिम दिवस आचार्य विद्यासागर सभागार में माताजी पूर्णमति के पावन सानिध्य में पूर्णाहुति पर हवन कराया गया जिसमें आहुतियां देकर श्रद्धालुओं ने विश्व कल्याण की कामना की गई। विधि विधान पूर्वक महामण्डल विधान सम्पन्न कराने पर ब्रहृमचारी आशीष एवं ब्रहृमचारी दीपक भैया सहित पुजारी स्वप्निल, उमेश बिट्टू एवं आशीष को बर्षायोग समिति के द्वारा सम्मानित किया गया। इस मौके पर धर्मसभा में बोलते हुये आर्यिका पूर्णमति ने सभी से समय का सदुपयोग करने का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि मावन जीवन अनमोल है। मावन देह मिली है तो इस लोक और परलोक दोंनों सुधारने का मौका है, इसलिये सदैव पुरूषार्थ करें तथा अंिहंसा मार्ग पर चलकर सदैव जीव हिंसा से दूर रहें।
शोभायात्रा में दिगम्बर जैन पंचायत के अध्यक्ष प्रकाशचंद्र जैन एड0, वर्षायोग समिति के अध्यक्ष प्रवीण कुमार जैन, सी0ए0 सुमित कुमार जैन, राजीव सिर्स, डा0 जिनेन्द्र जैन संजय कर्नल,, आलोक जैन, पुष्पेन्द्र जैन, कमल शिवाजी, देवेश जैन केडी, संजय सिंघई, रवीन्द्र रेलवे, अशोक रतनसेल्स, श्रषभ जैन, विनोद जैन ठेकेदार, दिनेश जैन डीके, जितेन्द्र जैन तालबेहट, आदि मौजूद रहे।। अंत में सुभाष सत्यराज ने आभार व्यक्त किया।