जिला संवाददाता राजेश अग्रवाल की रिपोर्ट
भरभराकर गिरा काशीराम कॉलोनी का छाजा,जा सकती थी कई जाने टला बड़ा हादसा
मायावती शासन में बनी काशीराम कॉलोनी का छज्जा गिरने से कॉलोनी वासियों में मची खलबली हो सकता था बड़ा हादसा जा सकती थी कई जानें l
मामला उत्तर प्रदेश के जनपद हमीरपुर के राठ थाने का है जहां.सुबह करीब 6:00 बजे पर मायावती शासन में बनी काशीराम कॉलोनी के नाम से गरीबों को आवास आवंटन किए गए थे. जिन आवासों में लगभग 41 ब्लॉकों में 492 परिवार रहते हैं.जिनकी जनसंख्या 2000 से ऊपर है l
मायावती शासन में आवासों को ठेकेदार द्वारा बनवाया गया था. जिनको अभी 8 साल भी पूरे नहीं हुए हैं.और भ्रष्ट ठेकेदार और भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदार और अधिकारियों की तो चांदी हो गई लेकिन कार्य में धांधली और मानक के अनुरूप कार्य न कराने पर 8 साल के अंदर ही कालोनियों का गिरना शुरू हो गया है l
जिससे काशीराम कॉलोनी के रहने वाले लोग मौत के साए में रहने को मजबूर हैं l आपको बता दें कि ज्यादातर लोग जो काशीराम कॉलोनी आवास में रहे हैं.उनके पास रहने के लिए मकान नहीं है अब वह लोग कहां अपना सर छुपाएं l लोग मौत के साए में रहने पर है मजबूर l जिनके पास रहने के लिए खुद के मकान नहीं है वह इस को छोड़कर कहां जाएंगे. लेकिन अगर जल्द ही शासन और प्रशासन द्वारा कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए तो यहां पर कोई बड़ा हादसा हो सकता है.और कई जानें भी जा सकती हैं.घटना 6 सितंबर 2018 दिन सुबह 6 बजे की है.अगर यह हादसा कुछ देर बाद होता तो इस में जान माल का भी खतरा हो सकता था.वहरहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने मौके का जायजा लिया.और उन्होंने काशीराम कॉलोनी के लोगों को आश्वस्त कराया कि उनकी समस्या को हम डीएम और मुख्यमंत्री लेवल तक ले कर जाएंगे.आपको बता दें कि काशीराम कॉलोनी में लोग हर प्रकार की सुविधाओं से वंचित हैं. ना यहां की साफ सफाई होती है. ना ही बिजली-पानी की सही से आपूर्ति होती है.कॉलोनी का रखरखाव कोई नहीं कर रहा है.नगरपालिकाराठ अपना पल्ला यह कहते हुये झाड़ लेती है.कि कालेनी डूडा के आधीन है lयहां पर चुनाव के दौरान बड़े-बड़े नेता अपनी डीड़ेे हांकते नजर आते हैं.और बड़ी-बड़ी बातें करके चुनाव के बाद निकल जाते हैं जैसे कि यहां पर कोई इंसान रहते ही नहीं है l