सुरेशपाल हत्याकांड, चिरगांव थानाध्यक्ष ने बर्दी की हनक में ऐसा क्या कहा पीड़ित पक्ष से कि पीड़ित को डीआईजी से लगानी पड़ी न्याय की गुहार : धीरेन्द्र रायकवार के साथ, सलमान अहमद की रिपोर्ट
चिरगांव/झांसी – बीते दिनों चिरगांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले मार्ग पर सुरेश पाल ग्राम निवि को सत्ता पक्ष के सात लोगों ने मिलकर स्टेशन रोड के निकट दिनदहाड़े उसको मौत के घाट उतार दिया था। जिसका मामला झांसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार दफा 147,148,149,341, 302,506 के तहत 7 लोगों के खिलाफ मामला पंजीकृत कराया था। लेकिन चूकि हत्या के आरोपी सत्ता पक्ष के थे। इसलिए चिरगांव पुलिस सत्ता के दबाव में आकर आरोपियों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं कर रहे थी। जिसको लेकर ग्राम निवि के सैकड़ों लोगों ने मिलकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक झांसी को 23 नवंबर को ज्ञापन देते हुए कहा कि अगर 2 दिन के अंदर गिरफ्तारी नहीं हुई तो ग्राम निवि के सभी लोग वहीं पर बैठकर धरना देंगे। जिसपर दूसरे ही दिन दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई न होते देख ग्रामीणों ने फिर एकत्रित होकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की जिसपर पुलिस ने दो आरोपियों को और गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद पुलिस प्रशासन ने फिर चुप्पी साध गया और ग्रामीणों को लगा की शायद चिरगांव पुलिस फिर से चुप्पी साध गई और हत्या के नाम दर्ज 3 और आरोपियों को पुलिस साम दाम का प्रयोग करके बचाने की कोशिश कर रही है। जिसपर ग्रामीणों ने एकत्रित होकर आज 13 दिसंबर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर निष्पक्षता से जांच कराने के लिए ग्रामीणों ने गुहार लगाई थी। लेकिन चिरगांव थाना प्रभारी लगातार पीड़ित पक्ष को ही दबाने का प्रयास कर रहे हैं। व झूठे केस में फंसाकर मुकदमा लिखकर उल्टे केश में फंसा देंगे।हत्या के नामदर्ज आरोपियों से सुलह कराने के लिए दबाव बना रहे हैं। चिरगांव थाना अध्यक्ष पीड़ित पक्ष पर लगातार दबाव बना रहे हैं और कह रहे हैं कि तुम लोग चाहे जितना चक्कर लगा लो जांच तो आखिर मेरे ही पास आनी है मैं जांच में तीनों हत्या के आरोपियों को सुरक्षित बचा ले जाऊंगा। चिरगांव थाना अध्यक्ष की बात को सुनकर भयभीत पीड़ित पक्ष एवं ग्रामीणों ने आज फिर पुलिस उप महानिरीक्षक झांसी को प्रार्थना पत्र देकर निष्पक्ष जांच करातेे हुए हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मांग की। अब देखना यह होगा की पुलिस उप महानिरीक्षक पीड़ित पक्ष को कितना एवं कब तक न्याय दिला पाते हैं।