आउटसोर्सिंग भर्ती में हो रही खुलेआम लूट! भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री को भेजी गई शिकायत ।
झांसी। न्याय अधिकार चौपाल भारत ट्रस्ट ने जिलाधिकारी के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर आउटसोर्सिंग भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हो रहे भ्रष्टाचार और अपारदर्शिता की शिकायत की है। ट्रस्ट का आरोप है कि निजी संस्थाएँ और कंपनियाँ शिक्षित बेरोजगारों से एक लाख से लेकर दो लाख रुपये तक अवैध वसूली कर रही हैं और चयन प्रक्रिया में मनमानी करते हुए गरीब, किसान और मजदूर वर्ग के बच्चों के साथ गंभीर अन्याय कर रही हैं। पत्र में कहा गया है कि चयनित अभ्यर्थियों की सूची, नाम, मेरिट, अंक और श्रेणी न तो सरकारी वेबसाइट पर डाली जा रही है और न ही सार्वजनिक की जा रही है, जिससे घोटाला साफ दिखाई पड़ रहा है। ट्रस्ट ने मुख्यमंत्री से पारदर्शिता के आधार पर भ्रष्टाचार-मुक्त आउटसोर्सिंग भर्ती कराने, सभी चयनित अभ्यर्थियों की पूरी सूची सार्वजनिक करने और धांधली करने वाली संस्थाओं व संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत देने वालों में प्रमुख्य रूप से संस्थाध्यक्ष बी.एल. भास्कर, किशोर वर्मा (वरिष्ठ बीजेपी नेता), वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र कुमार, नीलम सिंह, मानसिंह परिहार, नरेन्द्र सिंह, रानी सिंह, रहीश अहमद सिद्दीकी, ब्रजेश कुमार, जेपी पत्रकार, इसरार अहमद, कैलाश भास्कर आदि मौजूद रहे।