कोंच में ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता पर विवाद, शिक्षकों ने उठाए सवाल—बीईओ ने दी सफाई
जालौन :० कोंच में आयोजित ब्लॉक स्तरीय परिषदीय खेलकूद प्रतियोगिता को लेकर शिक्षक संगठनों ने गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि इस वर्ष शिक्षा विभाग की निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया और स्कूल तथा एनपीआरसी स्तर की प्रतियोगिताएँ कराए बिना ही सीधे ब्लॉक स्तरीय मुकाबले करा दिए गए।
शिक्षक संघ के अध्यक्ष ने उठाए सवाल
प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष शैलेन्द्र पटेल बबले ने कहा कि खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए विभागीय नियम स्पष्ट हैं—
1. पहले स्कूल स्तर,
2. फिर एनपीआरसी स्तर,
3. उसके बाद ब्लॉक स्तर।
लेकिन इस बार स्कूल व एनपीआरसी स्तर की प्रतियोगिताएँ कई जगह आयोजित नहीं की गईं। संगठन का कहना है कि इन स्तरों के लिए अलग से बजट आता है, जिसकी पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
शिक्षक नेताओं का आरोप है कि प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागी बच्चों को भोजन भी उपलब्ध नहीं कराया गया, जबकि इसके लिए धनराशि आवंटित होती है। शैलेन्द्र पटेल ने खंड शिक्षा अधिकारी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मामले की जांच की मांग की है।
“बच्चों की प्रतिभा पर असर” — शिक्षक संगठन
शिक्षकों का कहना है कि प्रतियोगिताओं को सही ढंग से न कराने से
ग्रामीण बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर कम हो जाता है,
और शिक्षा विभाग की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिह्न लगता है।
उन्होंने प्रशासन से सभी स्तरों पर प्रतियोगिताएँ निर्धारित नियमों के अनुसार कराने और बजट के पारदर्शी उपयोग की मांग की है।
खंड शिक्षा अधिकारी का पक्ष
खण्ड शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक संघ के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि—
> “ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता के लिए अलग से कोई बजट नहीं आता। स्कूलों में नियमित रूप से छोटी-बड़ी प्रतियोगिताएँ होती रहती हैं। जिन विद्यालयों में विद्यालय स्तर की प्रतियोगिता नहीं हुई है, वह संज्ञान में आते ही कार्रवाई की जाएगी।”
बीईओ का कहना है कि विभाग बच्चों को अवसर प्रदान करने के प्रति संवेदनशील है और कहीं भी लापरवाही पाए जाने पर जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
रविकांत द्विवेदी RK