अगर गोशाला में मवेशी बंद न हों तो पूरे मौजे की फसल चट कर देंगे
गांव पचीपुरा खुर्द में गोशाला बंद होने से सैकड़ों मवेशी हुए बेघर, किसानों ने एसडीएम से लगाई गुहार
कोंच (जालौन)
सरकारी आदेश के बाद ग्राम पचीपुरा खुर्द की गोशाला भले ही कागजों में बंद कर दी गई हो, लेकिन हकीकत में ग्रामीणों ने तकरीबन पांच दर्जन मवेशियों को उसी गोशाला में बंद कर रखा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर ये मवेशी खुले छोड़ दिए गए, तो पूरा गांव फसल संकट में आ जाएगा।
दरअसल, सरकार ने हाल ही में कई गोशालाओं को बंद कर उनके मवेशियों को अन्य गोशालाओं में समायोजित करने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में नदीगांव ब्लॉक की पचीपुरा खुर्द गोशाला को भी बंद कर, वहां के मवेशियों को ऐवरा गोशाला में भेजा जाना था। लेकिन जमीन पर यह व्यवस्था पूरी तरह असफल साबित हो रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि सैकड़ों छुट्टा मवेशी गांव और खेतों में घूम रहे हैं, जिससे किसानों की फसलें लगातार चौपट हो रही हैं। मजबूर होकर ग्रामीणों ने मवेशियों को पुरानी गोशाला में ही बंद कर रखा है।
किसानों का कहना है कि —
> “अगर हम इन मवेशियों को बाहर निकालेंगे तो ये हमारी फसलें बर्बाद कर देंगे, और अगर बंद रखेंगे तो भूख-प्यास से मर जाएंगे। ऐसी स्थिति में सरकार को तत्काल गोशाला दोबारा चालू करनी चाहिए।”
इस समस्या को लेकर ट्रैक्टर से करीब दो दर्जन ग्रामीण तहसील मुख्यालय पहुंचे और एसडीएम से गोशाला पुनः चालू करने की मांग की। एसडीएम ने ग्रामीणों की शिकायत सुनने के बाद बीडीओ से बात कर तीन दिन में समाधान का भरोसा दिया।
मांग करने वालों में राजीव कुमार,राजबहादुर, आशाराम, लालता प्रसाद, रामरतन, विजय सिंह, रामलखन, ठाकुर प्रसाद, रणवीर सिंह, माखन, लाखन सिंह, उदयराम, रवींद्र, करनजू, रामकुमार समेत कई किसान शामिल रहे।