*गृह नगर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया अश्विनी शुक्ला का ढोल नगाड़ों के साथ घर तक पहुंचाया यूपीएससी में 423वीं रैंक हासिल करने वाले अश्विनी को कड़े संघर्ष के बाद ये मुकाम हासिल किया :० अश्विनी ने*
गृह नगर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया अश्विनी शुक्ला का
ढोल नगाड़ों के साथ घर तक पहुंचाया यूपीएससी में 423वीं रैंक हासिल करने वाले अश्विनी को
कड़े संघर्ष के बाद ये मुकाम हासिल किया :० अश्विनी ने
जालौन :० कोंच, यूपीएससी में चयनित होने के बाद पहली बार अपने गृहनगर कोंच पहुंचे अश्विनी शुक्ला को लोगों ने हाथों-हाथ लिया। फूल मालाओं से लाद कर ढोल-नगाड़ों के साथ नाचते गाते लोगों ने उन्हें घर तक पहुंचाया। अश्विनी ने यूपीएससी परीक्षा में 423वीं रैंक हासिल कर कोंच नगर व जालौन जिले का नाम रोशन किया है। गुरुवार की सुबह अश्विनी अपने गृह नगर कोंच पहुंचा। यहां सबसे पहले वह अपने ताऊ मुनीश शुक्ला के ब्रजेश्वरी कॉलोनी स्थित आवास पर पहुंचा, जहां उसकी ताई रेखा शुक्ला ने तिलक कर उसकी आरती उतारी। इसके बाद उसने ब्रजेश्वर महादेव मंदिर और मार्कंडेयश्वर मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद मारकंडेश्वर तिराहे पर नगरवासियों ने ढोल-नगाड़ों के साथ उसका फूल-मालाओं से लादकर जोरदार स्वागत किया। यहां से शुरू हुआ स्वागत सम्मान का सिलसिला, उसके पटेल नगर स्थित घर पर जाकर ही खत्म हुआ। पूरे रास्ते में लोग उसे मालाएं पहनाते रहे और मुंह मीठा कराते रहे। तमाम राजनैतिक दलों के लोगों ने भी माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया। कोंच पालिकाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता की पत्नी मोंटी ने भी अपने आवास पर तिलक और माल्यार्पण कर अश्विनी का मुंह मीठा कराया। बड़े ताऊ डॉ. सतीश शुक्ला, ताई सुधा शुक्ला, मां शशि और बहन पर्णिका के पैर छूकर अश्विनी ने आशीर्वाद लिया। इस दौरान विनोद दुवे दरोगा जी, डॉ. दिलीप अग्रवाल, अखिल वैद, शैलेंद्र नगाइच, भाजपा अध्यक्ष अंजू अग्रवाल, कांग्रेस अध्यक्ष राघवेंद्र तिवारी, बसपा अध्यक्ष महेंद्र सिंह कुशवाहा, अवधेश द्विवेदी, आनंद सेठ, छोटू टाइगर, राजेंद्र द्विवेदी, देशराज जादौन सहित तमाम लोग रहे।
कड़े संघर्ष के बाद ये मुकाम हासिल किया :० अश्विनी ने
जालौन :० अश्विनी एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखता है। उसने कड़े संघर्ष के बाद यह मुकाम हासिल किया है। कस्बे के मोहल्ला पटेल नगर के रहने वाले अश्विनी के पिता दिवीश चंद्र शुक्ला घर के ही एक हिस्से में छोटी सी दुकान में टीवी रिपेयरिंग का काम करते हैं, जबकि मां शशि शुक्ला गृहिणी हैं। बड़ी बहन पर्णिका लखनऊ में जॉब करती है। शुरू से ही अश्विनी काफी होनहार छात्र रहा है और उसने कड़ी मेहनत करके वह कर दिखाया जो सपना हर मां-बाप की आंखों में होता है। अश्विनी जिसे घर में प्यार से प्रांशु के संबोधन से बुलाया जाता है, ने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर 423वीं रैंक हासिल की है। अश्विनी की शुरुआती पढ़ाई कोंच के एसएन गुप्ता पब्लिक स्कूल में हुई। फिर वे उरई के वीरेंद्र सिंह बघेल पब्लिक स्कूल में पढ़े। सैनिक स्कूल लखनऊ में भी उनका चयन हुआ। वहां से 2017 में हाईस्कूल और 2019 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। 2022 में दिल्ली विश्वविद्यालय से भूगोल में स्नातक की डिग्री हासिल की। इसी दौरान यूपीएससी की तैयारी भी की। 2019 में एनडीए में भी चयन हुआ था, लेकिन किसी कारणवश उन्हें यह अवसर छोड़ना पड़ा। अश्विनी ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, बहन और शिक्षकों को दिया। उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि कठिन परिश्रम, अनुशासन और आत्मविश्वास से हर लक्ष्य पाया जा सकता है। अश्वनी की इस उपलब्धि से पूरे बुंदेलखंड, जालौन जिले में खुशी की लहर है।
बाइट :० अश्विनी शुक्ला (प्रांशु) यूपीएससी परीक्षा पास कर 423वीं रैंक हासिल की है।