*उरई में पुलिस अधीक्षक द्वारा शान्ति-व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा*
पुलिस अधीक्षक जालौन डॉ. दुर्गेश कुमार,अपर पुलिस अधीक्षक जालौन प्रदीप कुमार वर्मा एवं क्षेत्राधिकारी उरई अर्चना सिंह ने अपनी पुलिस टीम के साथ नगर उरई में पैदल गश्त किया और शान्ति/कानून व्यवस्था को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। यह कदम क्षेत्र में बढ़ती सुरक्षा चिंताओं और आम जनता को सुरक्षित वातावरण देने के लिए उठाया गया। इस दौरान अधिकारियों ने जनसमूह से सीधी बातचीत की ताकि लोगों को पुलिस की उपस्थिति का अहसास हो सके और वे बेझिजक पुलिस से अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकें। पैदल गश्त का उद्देश्य और महत्व शहर में पुलिस अधिकारियों द्वारा की गई पैदल गश्त न केवल सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाती है, बल्कि यह नागरिकों के साथ विश्वास और संवाद का पुल भी तैयार करती है। पैदल गश्त के दौरान पुलिस अधिकारियों ने आम नागरिकों से उनके इलाके की सुरक्षा स्थिति अपराधों की प्रवृत्तियों और उनके अनुभवों के बारे में पूछा। इस प्रकार की गश्त से न केवल कानून व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाता है बल्कि पुलिस और जनता के बीच एक करीबी संबंध भी स्थापित होता है, जिससे अपराधों में कमी आ सकती है और लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ता है। पुलिस अधीक्षक जालौन डॉ. दुर्गेश कुमार ने अपने अधिकारियों के साथ गश्त करते हुए सुरक्षा व्यवस्था के बारे में अहम जानकारी ली। उन्होंने पुलिस बल को निर्देशित किया कि वे अपनी जिम्मेदारी को न केवल सुरक्षा की दृष्टि से निभायें बल्कि जनता के बीच सुरक्षा का अहसास भी कराएं। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा इंतजामों का गहनता से जायजा लिया ताकि किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार रहे। इसके अलावा उन्होंने पुलिस कर्मियों को अपराधियों पर नज़र रखने संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने और पुलिस की पैनी नजर बनाए रखने के निर्देश दिए। गश्त के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक जालौन प्रदीप कुमार वर्मा और क्षेत्राधिकारी उरई अर्चना सिंह ने आम जनता से भी संवाद स्थापित किया। उन्होंने जनता से यह जानकारी ली कि क्या उन्हें किसी प्रकार की सुरक्षा समस्या का सामना तो नहीं करना पड़ रहा है। इसके साथ ही, उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को तुरंत दें। पुलिस अधिकारियों ने यह भी सुनिश्चित किया कि लोग पुलिस बल से सहयोग करें और सुरक्षा के दृष्टिकोण से सजग रहें। पुलिस अधिकारियों द्वारा पैदल गश्त और आम जनता से संवाद यह दर्शाता है कि पुलिस प्रशासन केवल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने तक सीमित नहीं है बल्कि वह जनता के बीच विश्वास सुरक्षा और शांति कायम करने के लिए लगातार प्रयासरत है। इस प्रकार के पहलुओं से न केवल पुलिस का कार्य और प्रभाव बढ़ता है बल्कि जनता के बीच पुलिस के प्रति सकारात्मक सोच भी बनती है। यह कदम कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है और भविष्य में उरई शहर की सुरक्षा स्थिति को बेहतर बना सकता है।