झांसी मंडल में संरक्षा और अवसंरचना कार्यों में प्रगति के पथ पर
मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के कुशल मार्गदर्शन में झांसी मंडल ने माह नवम्बर में सुरक्षा और संरक्षा और यात्री सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए कई महत्वपूर्ण कार्य सफलतापूर्वक संपन्न किए हैं। इन कार्यों से रेलवे संचालन को अधिक कुशल, सुरक्षित और यात्री अनुकूल बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
मंडल की प्रमुख उपलब्धियां:
1. गति क्षमता में वृद्धि
नवम्बर माह के दौरान, टेहरका और मऊरानीपुर खंड (किमी 1170.450 से 1191.637 तक, कुल 21.187 किमी) पर नई डाउन मुख्य लाइन की सेक्शनल गति को 75 किमी प्रति घंटा से बढ़ाकर 100 किमी प्रति घंटा कर दिया गया है। इससे खंड में रेल संचालन की गति और दक्षता में उल्लेखनीय सुधार होगा ।
2. इंटरलॉक्ड लेवल क्रॉसिंग गेटों का समापन
सुरक्षा को और मजबूत करते हुए, झांसी मंडल ने नवम्बर माह के दौरान 03 इंटरलॉक्ड इंजीनियरिंग लेवल क्रॉसिंग गेटों को बंद कर दिया। गेट संख्या 412 (अप एवं डाउन लाइन पर) सिथौली -संदलपुर खंड, गेट संख्या 457 झांसी-मानिकपुर खंड और गेट संख्या S-55 खैरार-भीमसेन खंड में हैं.
ये गेट रेल-अंडरपास (RUB) के निर्माण के कारण बंद किए गए हैं, जिससे रेल और सड़क यातायात की सुरक्षा में वृद्धि हुई है।
मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने कहा, “संरक्षा और संरचना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं। इन पहलों से रेल संचालन अधिक सुरक्षित हुआ है. झांसी मंडल यात्रियों को सुरक्षित और संरक्षित यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है ।”