नगर शिक्षा कार्यालय के औचित्य पर उठ रहे हैं कई सवाल
कोंच बीआरसी से संचालित किए जा रहे हैं नगर के भी परिषदीय विद्यालय
जालौन :० कोंच कस्बे में स्थित नगर शिक्षा कार्यालय बंद होने के कगार पर है और उसके होने के औचित्य पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। यहां लंबे समय से नगर शिक्षा अधिकारी का पद रिक्त चल रहा है, अलबत्ता दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी देखने भर के लिए तैनात हैं। इसका पूरा कामकाज खंड शिक्षा कार्यालय (बीआरसी) से हो रहा है जिसका असर नगर की शिक्षा व्यवस्था पर भी पड़ रहा है। संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी/ अतिरिक्त प्रभारी नगर शिक्षा अधिकारी का कहना है कि ब्लाक संसाधन केंद्र से नगर के परिषदीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है।
नगर की बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लिए नगर शिक्षा अधिकारी होता है और नगर शिक्षा कार्यालय भी संचालित है, लेकिन लंबे समय से किसी नगर शिक्षा अधिकारी की यहां तैनाती नहीं होने से आज यह बंद होने की कगार पर पहुंच गया है। खंड शिक्षा अधिकारी कोंच को नगर शिक्षा अधिकारी का भी एक्स्ट्रा चार्ज दिया गया है। नगर शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर तैनात एक लिपिक को डकोर ब्लॉक से संबद्ध कर दिया गया है। इंचार्ज नगर शिक्षा अधिकारी भी नगर शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर बैठते ही नहीं हैं जिसके चलते कार्यलय बंद होने की कगार पर है। नगर के परिषदीय विद्यालयों की सूचना और बैठकें भी ब्लॉक संसाधन केंद्र पर होने लगीं हैं जिससे नगर के शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। बताया गया कि नगर शिक्षा कार्यालय से साठ परिषदीय विद्यालय व दो एडेड स्कूल सद्गुरु संत कबीर प्राथमिक पाठशाला व डॉ. वीरेंद्र स्वरुप जूनियर हाईस्कूल तथा कस्बे के 40 से 45 प्राइवेट विद्यालयों का संचालन होता है। नगर शिक्षकों का कहना है कि ब्लॉक संसाधन केंद्र से नगर के विद्यालयों का संचालन करना शासन की मंशा व शासनादेशों का उलंघन है। खंड शिक्षा अधिकारी रंगनाथ चौधरी का कहना है कि ब्लॉक संसाधन केंद्र से ही नगर के विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं।