जिलाधिकारी ने इमलौटा ग्राम समूह पेयजल परियोजना, बरथरी पेयजल परियोजना एवं गुरसराय- गरौठा पेयजल पुनर्गठन योजना का किया निरीक्षण
** कार्य की धीमी प्रगति पर सख्त नाराजगी, मेन पावर बढ़ाते हुए कार्य को समयावधि में पूर्ण करने के निर्देश
** गुरसराय-गरौठा पेयजल पुनर्गठन योजना का बार-बार निरीक्षण करने और दिशानिर्देशों के बाद भी भौतिक प्रगति असंतोषजनक, कार्य में शिथिलता व लापरवाही बरतने पर तत्काल सख्त कार्यवाही करने के निर्देश
** निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य में मानक के अनुसार ही सामग्री प्रयोग करने के निर्देश, गुणवत्ता के साथ लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
** परियोजना को गति के साथ पूर्ण करें ताकि योजना का लाभ ग्रामीण क्षेत्र को समय से मिल सके
** बरथरी ग्राम समूह पेयजल परियोजना के कार्यों का किया निरीक्षण, कार्य पूर्ण करने की प्रगति प्रतिमाह लिखित देने के निर्देश ताकि कार्य का अनुश्रवण किया जाना आसान हो
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने इमलोटा ग्राम समूह पेयजल परियोजना भरथरी पेयजल परियोजना एवं गुरसराय गरौठा पेयजल पुनर्गठन परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने जल-जीवन मिशन के अंतर्गत समस्त पेयजल परियोजनाओं का निरीक्षण करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि परियोजनाओं का कार्य समयावधि में ही पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाए ताकि गर्मी के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की समस्या ना हो। उन्होंने निरीक्षण के दौरान परियोजना काका बेहद धीमी गति से होने पर भी सख्त नाराजगी व्यक्त की और मैन पावर बढ़ाते हुए कार्य में गति लाए जाने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने वाटर ट्रीटमेन्ट प्लाण्ट के प्लान को देखा और निर्देश दिए कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता युक्त और जो सामान निर्धारित है उसी को लगाया जाए। यदि जांच उपरांत लगाए जाने वाला सामान दोयम दर्जे का पाया जाता है तो कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
जिलाधिकारी ने इमलौटा ग्राम समूह पेयजल परियोजना के निर्माणाधीन वाटर ट्रीटमेण्ट प्लाण्ट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अभी लगभग 25 प्रतिशत कार्य ही पूर्ण किया गया है। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मात्र 09 निर्माण श्रमिक कार्य कर रहे हैं, जिनके द्वारा एडमिन बिल्डिंग में शटरिंग का कार्य किया जा रहा है। निर्माण श्रमिकों से वार्ता की गई, तो उनके द्वारा अवगत कराया गया कि वे विगत 01 दिन पूर्व ही कार्य करने हेतु आये हैं। निरीक्षण के दौरान सी.एल.एफ. एवं फिल्टर हाउस का निर्माण कार्य होता नहीं पाया गया। स्थानीय व्यक्तिओं एवं उपस्थित डिप्टी मैनेजर द्वारा अवगत कराया गया कि लगभग 10 से 15 दिवस से सी.एल.एफ., फिल्टर हाउस एवं अन्य निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा है, जिसे पर उन्होंने अप्रसन्नता व्यक्त की और निर्माण कार्य की शिथिल गति को देखकर उन्होंने उपस्थित सहायक अभियन्ता, राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन को निर्देश दिए कि उनके द्वारा कम्पनी को नोटिस दिया जाए। साथ ही निर्माण कार्य में अधिक से अधिक निर्माण श्रमिक लगाकर निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण किया जाए। अवर अभियंता जल निगम नगरीय को निर्देश दिए कि शिथिलता बरतने के निमित्त संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने गुरसराय गरौठा पेयजल पुनर्गठन योजना के निर्माण कार्य वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि निर्माणाधीन पेयजल योजना का लगातार स्थलीय निरीक्षण करने और दिशा निर्देशों के बाद भी कार्य की प्रगति बहुत ही धीमी है दिनांक 24 अप्रैल के निरीक्षण के बाद भौतिक प्रगति नहीं हुई उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गर्मी में गुरसराय गरौठा में पेयजल की समस्या अधिक होती है अतः योजना का कार्य शीघ्र अति शीघ्र पूर्ण करने के लिए मेन पावर को बढ़ाया जाए। उन्होंने अवर अभियंता जल निगम नगरी को निर्देश देते हुए कहा कि शिथिलता बरतने के निमित्त संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बरथरी ग्राम समूह पेयजल परियोजना के कार्यों का निरीक्षण किया। समयबद्ध कार्य पूरा करने हेतु माहवार किए जाने वाले निर्माण कार्यों की तालिका बनाकर प्रस्तुत किए जाने के निर्देश, ताकि अनुश्रवण करके समयबद्ध कार्यों को पूरा किया जा सके ।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी, नमामि गंगे, संजय पांडेय, अधिशासी अभियन्ता, खण्ड कार्यालय, उ.प्र. जल निगम, रणविजय झॉसी, उप जिलाधिकारी, मऊरानीपुर मृत्युंजय नारायण मिश्रा एवं उप जिलाधिकारी गरौठा क्षितिज द्विवेदी उपस्थित रहे।