खनिज चोरी कर रहे सत्ता धारियों ने रोड़ा बन रहे पत्रकारों को किया मरनासन्न पत्रकारों का आक्रोश रोड पर उतरने को तैयार
एरच झाँसी पिछली सरकारों में हो रहे अवैध खनन से त्रस्त जनता ने सुशासन एवं अवैध खनन का विरोध करने बाली सरकार को स्थापित किया लेकिन वेतवा नदी का चीर हरण नही रुका बाबजूद पिछली सरकार से दो कदम ज्यादा तादात में नदियों का सीना चीरकर बीच धारा से पनडुब्बी लिफ्टर की मदद से बालू का खनन किया जा रहा है वही एनजीटी के नियमो को ताक पर रखकर दिन रात्रि भारी मात्रा में बालू को निकाल कर प्रकृति के सन्तुलन को बिगाड़ने में लगे हुए है वही वर्तमान सरकार में खनन माफियाओं के होसले इतने बुलन्द है कि शाशन प्रशासन के साथ पत्रकारों को भी खबर प्रकाशित या कवरेज करना काफी खटकता है जिसके क्रम में तहसील गरौठा निवासी राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार राजेन्द्र बुंदेला को सूचना मिली कि थाना एरच क्षेत्र के अन्तर्गत ढेरा घाट पर कोई मजदूर नदी में गिर गया है जिसको कवरेज करने के लिए राजेंद्र बुंदेला अपने दो पत्रकार साथियों कृष्ण कुमार सोनी, व कृष्ण कुमार पाठक को साथ लेकर अपनी बोलेरो कर क्रमांक UP 93 AB 7176 से रात्रि करीब 10 बजे नदी पर पहुँचे और नदी की ओर जा ही रहे थे कि तभी टोकन पर बैठ चार आवाज देने लगे कि मीडिया बाले नदी पर जा रहे है तभी उक्त चार लोग सहित करीब 20-25 अज्ञात लोगों ने पत्रकारों की गाड़ी पर लाठी डंडों से हमला कर दिया साथ ही पत्रकारों को कार से खींच कर धारदार हथियारों व बंदूक की वट से पीट पीटकर मरनासन्न कर दिया साथ ही पत्रकारों को अपनी गाड़ी में डालकर अपहरण करने की नीयत से ले भागे किसी तरह पत्रकार चलती हुई कार से बिना अपनी जान की परवाह किये नीचे कुंद गए जैसे ही सुबह पत्रकारों को घटना की जानकारी हुई तो संघटित होकर सीओ गरौठा सहित थाना एरच पहुंचे जहाँ पर पुलिस द्वारा पत्रकारों को अस्वाशन देते हुए पीड़ित पत्रकारों की लिखित तहरीर पर नरेन्द्र राजपूत, मुकेश राजपूत, हेमन्त राजपूत, एवं अजय शुक्ला के खिलाफ सुसंगत धाराओ में मामला पंजिकृत किया गया।वही पत्रकरो में अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ भारी नाराजगी देखने को मिली साथ ही आरपार की लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी।