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एक दर्जन से अधिक मवेशियों के शव श्मशान में बिखरे पड़े, अधिकारियों को जानकारी नहीं, ग्रामीणों का आरोप- भूख, प्यास से प्रतिदिन मर रहे बेजुबान गोवंश

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Feb 2, 2022

एक दर्जन से अधिक मवेशियों के शव श्मशान में बिखरे पड़े, अधिकारियों को जानकारी नहीं, ग्रामीणों का आरोप- भूख, प्यास से प्रतिदिन मर रहे बेजुबान गोवंश

जालौन में अन्ना पशुओं की देखरेख के लिए केन्द्र/ योगी सरकार ने गोशाला बनवाई है। जिससे अन्ना मवेशियों को संरक्षित किया जा सके, लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है। जालौन में गोशाला में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा है। इस वजह से प्रतिदिन गोशालाओं में दर्जनों मवेशियों की मौत हो रही है। मवेशियों को मरता देख गोशाला को संरक्षित करने वाले लोग मवेशियों को दफनाने की जगह उन्हें खुले खेतों में फेंक रहे हैं। गोवंशों के दर्जनों शव श्मशान घाट पर खुले में पड़े हैं। जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। इसके बावजूद भी जालौन के प्रशासनिक अधिकारी मौन हैं?

पूरा मामला जालौन के नदीगांव विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम डीहा-महतवानी में बनी गोशाला का है। यहां दो गोशालाओं का निर्माण कराया गया है। दोनों गोशालाओं में दर्जन से अधिक गोवंशों की एक दिन में मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि गोवंशों की मौत हो जाने के बाद सचिव/प्रधान द्वारा इन गोवंशों को ट्रैक्टर-ट्रॉली के माध्यम से गांव के बाहर श्मशान घाट की जगह में फिकवा दिया है। जिससे इन मवेशियों के शवों को कुत्ते नोच रहे हैं। जिसकी तस्वीर साफ देखी जा सकती है। यहां न तो पशुओं को चारा समय से दिया गया और न ही पानी और न ही ठंड से बचाव के लिए त्रिपाल की व्यवस्था है। जिस कारण ठंड से इन बेजुबान गोवंशों की मौत होने लगी। इस वजह से इन गोवंशों के दर्जनों शव खुले में पड़े दिखाई दिये, साथ ही इन मवेशियों के शवों को कुत्ते भी नोच रहे हैं।

खुले में फेंक दिए जा रहे गोवंशों के शव?

इतनी बड़ी लापरवाही के बावजूद भी कोई भी प्रशासनिक अधिकारी हाल जानने के लिए मौके पर नहीं पहुंचा। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि गोशाला में भूख, प्यास और ठंड के कारण गोवंशों की प्रतिदिन मौत हो रही है। ग्राम पंचायत सचिव/प्रधान द्वारा इन गोवंशों के संरक्षण की किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई। जिस कारण इनकी मौत हुई है। कई बार जनपद के प्रशासनिक अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया। इसके बावजूद भी किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने इसका संज्ञान नहीं लिया, इस मामले में कोंच एसडीएम राजेश कुमार ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। मामले की जांच के लिए टीम भेजकर जांच कराएंगे।

रविकांत द्विवेदी, जालौन-यूपी

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