कृषि गोष्ठी में किसानों को बताये प्राक्रतिक खेती के तरीकेः रिपोर्ट- नेहा वर्मा
ग्रामीण एडिटर धीरेन्द्र रायकवार
हमीरपुर जनपद के राठ कसबा स्थित ब्रम्हानंद डिग्री कालेज में कृषि गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों को प्राक्रतिक तरीके से खेती कर अधिक लाभ कमाने के बारे में बताया गया।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए शून्य लागत प्राकृतिक कृषि अभियान के उत्तरी भारत प्रभारी गोपाल उपाध्याय ने कहा कि आज के युग में रासायनिक खेती का महत्व बढ़ता जा रहा है। जो फसलों के साथ खाद्य पदार्थों के रूप में हमारे शरीर में पहुंचता है। यह रसायन युक्त भोजन करने से हम लोग गंभीर बीमारियों का शिकार बनते हैं। दक्षिणी भारत प्रभारी श्याम गुप्त ने गाय के महत्व को बताते हुए कहा कि गाय का दूध से लेकर गोबर तक अम्रत के समान होता है। इसमें घातक बीमारियों से लड़ने की शक्ति पाई जाती है। आचार्य अवनीश ने जैविक खेती की उपयोगिता के बारे में बताते हुए कहा कि जैविक खेती से मृदा का स्वास्थ्य खराब रहता है। डॉ. कैलाश विश्वकर्मा व बाल मन्दिर के प्रधानाचार्य नरेन्द्र सिंह ने भारत के कृषि इतिहास की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन सुरेश सोनी ने किया जबकि अभार डा. महेंद्र ने व्यक्त किया। इस अवसर पर डा. देव सिंह, रामसनेही, छत्रपाल बाबा, इंजीनियर देवनारायण, देवीसिंह, शिवकरन, लवकुश स्वदेशी, दीपक कुमार, मूलचन्द्र सैनी, संतोष, कौशल किशोर मुखिया, शक्ति सिंह, शंकर लाल, गुड्डू सिंह, दामोदर गुप्ता, प्रमोद सिंह गौर, डॉ. दिनेश राजपूत, कृषि अभियान के प्रचारक अनूप, राघवेन्द्र, विनय, राहुल, दिलीप, अनिल, मुबारक, पवन सहित दर्जनों किसान मौजूद रहे।