दहेजलोभी क्रूर ससुरालिओं पर मुकद्दमा दर्ज मानसिक और शारीरिक यातनाओं दे कर रहे थे उत्पीड़न:रि.मनीष साहू
पीडिता ने हिम्मत दिखा किया पुलिस को फोन
झाँसी । जनपद के थाना-बबीना में दहेज़ लोभियों द्वारा विवाहिता को मानसिक व शारीरिक यातनाएं देने ,घरेलु हिंसा करने , मनोवैज्ञानिक तरीकों से भयभीत करने , जान से मारने के प्रयास में गला दवाने और दहेज़ में पैसों की मांग करने के साथ जान से मारने की धमकी देने वाले पति सहित आधा दर्जन लोगों पर मुकद्दमा दर्ज कर लिया गया l
पीड़ित विवाहिता के पिता नगरा निवासी विनय शर्मा ने दी तहरीर में लिखा है – मेरी पुत्री नेहा का विवाह खैलार निवासी बाबूलाल झा के बड़े लड़के सोनू झा जो भेल में नौकरी करता है के साथ दिनांक 16 अप्रैल 2014 को हिंदू रीति रिवाज से संपन्न हुआ था ! मेरी पुत्री विवाह के बाद पहली बार जब ससुराल पहुंची तो वहां अनेक रिश्तेदारों ने उसको सपना के नाम से पुकारा पहले वह समझ नहीं सकी ! उसने अपनी नन्द शोभना से इस सम्बन्ध में पूछा तो वह बोली तुम मेरे भैया का सपना हो इसलिए सभी तुम्हे सपना के नाम से बुला रहे हैं ! बाद में मालूम हुआ कि बाबूलाल के लड़के का सम्बन्ध छतरपुर निवासी श्रीमती दयावंती-उमाशंकर की पुत्री सपना के साथ दिनांक 16 अप्रैल 2014 को होना तय हुआ था, विवाह के निमंत्रण भी सभी रिस्तेदारिओं में वितरित कर दिए गए थे ! लेकिन जब ससुरालीजनों ने दहेज़ में तय रकम को विवाह से पहले माँगा तो छतरपुर वालों ने रिश्ता करने से मना कर दिया था ! उसी समय मेरे बड़े भाई बीपी शर्मा मऊरानीपुर निवासी मनोज झा को लेकर दिनांक 8 अप्रैल 2014 को घर आये और ऐसा ताना-बाना बुना कि सोनू के साथ नेहा का विवाह करने को मुझे मजबूर कर दिया ! दिनांक 9 अप्रैल को लगभग 12-15 लोग बिना सूचना के ही गोद भरने आ गए ! मेया बताते हुए बोला था इसमें दो गोलियों पर कुछ लिखा है नेहा तुम पढ़कर बताओ ! जब नेहा कुछ नहीं बता सकी तो सोनू बोला मेरी माँ पांच तौला सोना चाहती है , नन्द कार में घूमना चाहती है और छोटे भाई को कलेक्टर बनाने की पढ़ाई के लिए पैसों की जरुरत है ! इन सब मांगों को पूरा करवाने के लिए ही परिवार वाले तुम्हारे साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं ! तुम नहीं जानती इन दो गोलिओं पर एक में विनय शर्मा और दुसरे में मुकुल शर्मा नाम लिखा है ! मेरा मामा मेरी माँ से फिरौती ले चुका है कभी भी इन दोनों का राम-नाम सत्य करवा सकता है ? घटना की सूचना पर मैंरी पत्नी ने लड़के के पिता से कहा भाई साहब हमारी लड़की अभी शादी को तैयार नहीं है और हम लोगों के पास आपके यहाँ विवाह करने की हैसियत भी नहीं है ! इसके बाद भी विपक्षीगण दिनांक 16 अप्रैल को ही विवाह करने की हठ पर अड़ गए ! किसी तरह परिचितों से और अपना प्लाट बेचकर मैंने 15 लाख रुपये का इंतजाम किया ! दिनांक 10 अप्रैल से ही आनन-फानन में लगकर विवाह पांच दिन बाद संपन्न करा सका ! विवाह में हैसियत से बढ़कर मैंने दहेज़ की मांग पूरी की ! इसके बाद भी पुत्री के ससुरालीजनों और सोनू के मामा मनोज ने नेहा को मानसिक और शारीरिक वेदना देने में कोइ कसर नहीं छोड़ी !