राठ। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रान्तीय आवाहन पर मंगलवार से संग्रह अमीनों ने कलम बंद हड़ताल शुरू कर दी। तहसील प्रांगण में चबूतरे पर बैठ कर धरना देते हुए अमीनों ने जमकर नारेबाजी भी की। संग्रह अमीनों ने बताया कि राजस्व अमीन संघ उत्तर प्रदेश के द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुपालन में ग्यारह सूत्री मांगों का निराकरण शासन द्वारा नहीं किया गया। शासन के इस उपेक्षापूर्ण रवैये से अमीन संघ में आक्रोश व्याप्त है। बीते 27 फरवरी को को जनपद मुख्यालय में अपनी मांगों को लेकर शासन का ध्यानाकर्षण कराया गया था किन्तु फिर भी शासन ने कोई ध्यान नहीं दिया। धरने को सम्बोधित करते हुए ने कहा कि शासन द्वारा अमीन संघ की 11 सूत्री मांगों का निराकरा नहीं किया जा रहा है। बार बार ध्यानाकर्षण कराने के बावजूद शासन द्वारा ध्यान न दिये जाने से राजस्व संग्रह अमीन संघ में आक्रोश व्याप्त है। शासन द्वारा कोई ध्यान न दिये जाने के चलते मजबूरी में प्रान्तीय नेतृत्व को अनिश्चितकालीन कलम बंद हड़ताल के लिये बाध्य होना पड़ा। अपनी मांगों के सम्बन्ध में बताया कि सामाजिक सेवाओं को जोड़कर सेवा व अन्य लाभ दिए जाने संबंधी व्यवस्था की जाए। संवर्ग का ग्रेड वेतन बढ़ाया जाए। संवर्ग की शैक्षिक योग्यता स्नातक की जाए। नियत यात्रा भत्ता के स्थान पर मोटरसाइकिल भत्ता स्वीकृत किया जाए। संवर्गीय सदस्यों के लिए प्रतिभूति का प्राविधान समाप्त किया जाए। उपजिलाधिकारी स्तर पर मासिक व जिलाधिकारी स्तर पर त्रिमासिक बैठक संघ के साथ अनिवार्य रूप से की जाए। धरने के दौरान अमीन संघ राठ के अध्यक्ष महावीर प्रसाद मिश्रा, संरक्षक मुस्ते हसन खां, मन्त्री रामरतन, अशोक कुमार, धर्मेन्द्र दीक्षित, श्रीराम शर्मा, सुरेश कुमार, रामरतन अहिरवार, शिव चरन, सुरेश राजपूत, राजेन्द्र कुमार, जमील अहमद, इंद्रपाल सिंह, सखावत अली, अजय कुमार आदि अमीन मौजूद रहे। रिपोर्ट नेहा वर्मा