झाँसी। एक तरफ जहां सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रयासरत है तो वहीं दूसरी तरफ धरातलीय स्थिति योगी आदित्यनाथ के मंसूबों पर न सिर्फ पानी फेर रही है, बल्कि उनके मंसूबों को तार-तार भी कर रही है । झांसी में लगातार ऐसे मामले प्रकाश में आ रहे हैं। एक बार फिर झाॅसी दर्शन ने सरकारी स्कूलों की हकीकत जानने का प्रयास किया तो नजारा चौकाने वाला सामने आया।
झांसी जनपद के मोठ विकासखंड का प्राथमिक विद्यालय पहाड़पुरा यहां तैनात सरकारी अध्यापकों के फोन पर चल रहा है । सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस विद्यालय में प्रधानाध्यापक समेत पांच अध्यापकों की तैनाती है । कहा जाता है कि प्रधानाध्यापक का घर पास होने के कारण वह अपने घर से ही फोन के माध्यम से पूरा स्कूल हैंडल करते हैं । जब कभी कोई अफसर या अंय कोई निरीक्षण के लिए आता है तो उन्हें फोन से सूचना दे दी जाती है , वहीं दूसरी तरफ इस स्कूल में अध्यापकों के न आने पर भी उनकी हाजरी लगाई जा रही है. यही कारण है कि इस स्कूल में 74 बच्चे पंजीकृत होने के बावजूद भी यहां केवल 17 बच्चे ही उपस्थित मिले।
आज जब यहां एक्शन न्यूज़ की टीम धरातलीय स्थिति देखने के लिए पहुंची । तो इस स्कूल में प्रधानाचार्य नहीं थे । इन्हें फोन से ही बाद में बुला लिया गया । तो वहीं दूसरी तरफ सहायक अध्यापक गौरव सिंह भी नहीं पहुंचे थे , लेकिन अब भी उनका इंतजार किया जा रहा था , और अध्यापक उपस्थिति रजिस्टर में न तो उनकी उपस्थिति दर्ज थी, और न ही अनुपस्थिति । जब झाॅसी दर्शन न्यूज़ रिपोर्टर यशपाल सिंह ने इस बात की जानकारी मांगी तो प्रधानाचार्य गुमराह करते हुए कंट्रोल रूम से छुट्टी लेने की बात कही । लेकिन जब रिपोर्टर ने कंट्रोल रूम का नंबर मांगा तो प्रधानाध्यापक ने सहायक अध्यापक की अनुपस्थिति लगा दी । जाहिर है यहां के सरकारी स्कूलों में बड़े पैमाने पर झोल किया जा रहा है । तो वही इस सब के बाद भी विभागीय अधिकारी गहरी निद्रा में सो रहे हैं।
रिपोर्ट : यशपाल सिंह
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