झाँसी ! धन्यवाद DM साहब ! गरीबों को भगाओ-अमीरों को बसाओ,झोपड़पट्टी वालों पर चली बुलडोजर
झांसी / जबसे करण सिंह चौहान नए जिलाधिकारी बनकर आए हैं उन्होंने बड़े-बड़े कई तरह के काम किए हैं जैसे आरटीओ ऑफिस में छापा मारना और वहां की अनियमितताओं को जगजाहिर करना l लेकिन 2 घंटे बाद पकड़े गए लोगों को छोड़ देना उसके बाद आज भी वहां दलाली, घूसखोरी चल रही है l अब कुछ नहीं होगा l दूसरा नर्सिंग होम पर बड़े-बड़े मंत्री के दावे पर कार्यवाही ना कर व्यवस्था बनाकर व्यवस्था को चलाए रखना,इसमें चर्चा है झांसी के जनप्रतिनिधियों की कहीं ना कहीं चुनावी खर्चा भी इससे जोड़कर देखा जा रहा है और वैसे भी चुनाव का खर्चा इसी तरह से वसूला जाता है l फर्क सिर्फ इतना है चेहरे बदलते हैं मोहरे नहीं l भूमाफियों पर कार्यवाही के नाम पर एक दो पर कार्यवाही कर बाकी जो चल रहा है चलता रहेगा जो कब्जे कर रहे आज शाशन उन पर मेहरबान हे l झांसी जनपद में जगह-जगह कच्ची शराब का डेरा है ( और जबकि थानों में फरियादियों के साथ कैसा व्यवहार होता है यह सभी जानते हैं ) इस पर माननीय उच्च न्यायालय ने भी इनसे आख्या मांगी है l पवन यादव नामक युवक ने मुहीम छेड़ रखी हे l इस पर इस पर कार्यवाही तो हुई हुई है लेकिन वही हुआ जो नहीं होना चाहिए यानी कच्ची शराब आज भी गांव-गांव और शहरो में बिक रही है इसमें थानों-थानों में पैसा बंधा हुआ है l झांसी में भूमाफियाओं का कितना दबदबा है यह आपको गली-गली में नए-नए अवैध रूप से बन रही कालोनियां देखने को मिल जाएंगी सरकारी जमीन पर निरंतर कब्जे हो रहे हैं जैसे मेडिकल का छेत्र और जब कोइ पीड़ित कब्जे की शिकायत लेकर देने पर कार्यवाही के नाम पर केवल खाना पूर्ती होती है और दबंगो द्वारा धमकाया जाता और बाद में पीड़ित समझौता कर के रह जाता है l इस पर भी कार्यवाही नाम मात्र की हुई है बाकी सब जैसा चल रहा है वैसा चलता रहेगा l गरीबों को भगाओ……….
अभी कुछ दिन पहले कचहरी चौराहे के पास पचास या सो सब्जी, फलवाले बेचते थे l उनको भी वहां से हटा दिया गया आज उनकी घर की हालत कैसी है इस बात से झांसी जिला प्रशासन को कोई मतलब नहीं और ना ही समाज के हित की वात करने वाले भी नजर आते l वही जो वकीलों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखे हैं उन्हें जिला प्रशासन शरण दिए हुए हैं क्योंकि जो बाहुबली है प्रशासन उसके साथ है जो निर्बल है झांसी प्रशासन उस पर निरंतर अत्याचार कर रहा है l अब विद्रोह के स्वर जगह-जगह समाजसेवी संस्थाएं अब उठाने लगी है अभी हाल ही में प्रदर्शनी ग्राउंड और गोविंद चौराहे पर स्थाई-अस्थानिवासी एवं घुमंतू जाति के लोगों को वहां से खदेड़ कर पॉलिटेक्निक के पास बसाया गया लेकिन नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वहां से उनके कच्चे निवासों को तोड़ा गया एवं यह कार्रवाई कहीं ना कहीं हमें अंग्रेजी शासन की याद दिलाती है जब अंग्रेज अपने लाव लश्कर के साथ क्रांतिकारियों औई र आम जनता का दमन करने आते थे तब उनका तरीका यही था l जो आज नगर निगम ने कार्यवाही की है इस कार्यवाही से वहां भगदड़ की स्थिति बन l नगर निगम और पुलिस ने लाठी भी चलाई गई l लेकिन यहां एक सवाल है कि भारत सरकार की सारी योजनाएं ऐसे लोगों के लिए ही आती है तो क्या इन योजनाओं में खर्च होने वाला पैसा ठेकेदारों अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के जेब में नहीं जाता क्या ? l जनप्रतिनिधि केवल बोट मांगते वक्त बड़े-बड़े दाबे करते हे और फिर आपके सामने सब है ही l फिलहाल मौके पर संकल्प सेवा के एड. दीपक सेन, एड.राजेन्द्र राय, एड.विजय सिंह ,एड आनंद श्रीवास्तव, मनी आर्यन, नितिन वर्मा, राहुल साहू, देव साहू ,आकाश साहू ,नितिन साहू ,इंजी.शिवम शर्मा आदि सभी सदस्योे ने वहां पर पहुंचकर उन्होंने समस्या का समाधान के लिए मोके पर नगर आयुक्त रोहन सिंह से बात की इस पर प्रशासन ने एक नहीं सुनी और सारे कच्चे बने हुए झोपड़ियों को तोड़ दिया गया l इस कार्यवाही से उनके बच्चे अब फिर रोड पर आ गए l संकल्प सेवा का” के संयोजक दीपक सेन ने कहा जिलाधिकारी जी झांसी पहले इन्हें जगह देते है,उसके बाद हटाने की कार्रवाई करते है कम से कम उनको एक ठिकाना दिया जाए रहने के लिए l